काहिरा : लीबिया के पश्चिमी हिस्से में प्रवासियों पर कार्रवाई की गई है, जिसके तहत बच्चों और महिलाओं समेत कम से कम 4000 प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है. अधिकारियों ने यह जानकारी साझा की है.
संयुक्त राष्ट्र ने बताया कि छापेमारी के दौरान एक युवा प्रवासी की गोली लगने से मौत हो गई जबकि 15 अन्य जख्मी हैं जिनमें से दो की हालत नाजुक है. ये छापेमारी पश्चिमी शहर गर्गरेश में शुक्रवार को की गई है और अधिकारियों ने बताया है कि यह अवैध प्रवास और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सुरक्षा अभियान था. गृह मंत्रालय ने मानव तस्करों या मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार किए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है.
अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि 500 अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है लेकिन, यह संख्या शनिवार को बढ़कर चार हजार पहुंच गई. गर्गरेश प्रवासियों और शरणार्थियों के केंद्र के तौर पर जाना जाता है और यह लीबिया की राजधानी त्रिपोली से 12 किलोमीटर दूर है. शहर में हाल के वर्षों में प्रवासियों को लेकर कई बार छापेमारी की गई है, लेकिन शुक्रवार को की गई छापेमारी को मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अबतक की सबसे हिंसक कार्रवाई बताया है.
वर्ष 2011 में नाटो के समर्थन से हुई बगावत के बाद तानाशाह मुअम्मर गद्दाफी को पद से हटा दिया गया था और उनकी हत्या कर दी गई थी. इसके बाद से लीबिया, अफ्रीका और पश्चिम एशिया में जंग और गरीबी से भागकर यूरोप जाना चाह रहे प्रवासियों के लिए पारगमन बिंदु बन गया है.
आपको बता दें कि लीबिया की सीमा छह देशों से लगती है. पुलिस कर्नल नूरी अल ग्रत्तली ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों को त्रिपोली के ‘कलेक्शन एडं रिटर्न सेंटर में रखा गया है. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि जिनता संभव होगा उतने प्रवासियों को उनके अपने वतन वापस भेजा जाएगा.