जामताड़ा : जिले के पबिया पंचायत स्थित सिकदारडी यज्ञ मैदान में आयोजित सात दिवसीय श्री श्री 1008 महालक्ष्मी यज्ञ के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय कथावाचक संजय शास्त्री महाराज ने भागवत महापुराण कथा पर प्रवचन दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भागवत कथा श्रवण के लिए वैराग भक्ति चाहिए. भागवत महापुराण के श्रवण करने वालों से मृत्यु भी सामना नहीं करता. कहा कि अज्ञानता को दूर करने के लिए भागवत महापुराण अत्यंत जरूरी है. कथा को हृदय से सुनना होगा, हड्डी के ढांचे वाले चमड़ी तो वस्त्र है. कलयुग में प्रेम लोग नहीं करता है. एक बात को मान लो जीवन में तुम्हें कुछ नहीं मिलेगा. जब मरोगे तो लकड़ी देने वाला कोई नहीं होगा. तुम्हारी मृत्यु के समय तुम्हारे साथ राम नाम सत्य जाएगा. मेरे भगवान को मनुष्य से कुछ नहीं चाहिए, उन्हें तो सिर्फ भक्ति से नाम जपना है. कलयुग में सनातन धर्म को जागरूक करना पड़ता है. इससे समझ लिजिए हमलोग किस ब्रांड के हिंदू धर्म में है. भक्तों से निवेदन है कि अपने संस्कृति को बचाने और बढ़ाने के लिए सपरिवार सहित भागवत कथा श्रवण करें. जितना बने उतना भक्ति से नाम जप करें. गुरु मंत्र से बहुत ही ताकत मिलती है. जो मनुष्य दीक्षा नहीं लिया, वो भगवान के नजरों में अनाथ रहते हैं. प्रवचन सुनने के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. श्री श्री 1008 महालक्ष्मी यज्ञ और भागवत कथा प्रवचन को लेकर काफी भीड़ उमड़ रही है. इस मौके पर एक मेला का भी आयोजन हुआ है. भक्ति के उपरांत मनोरंजन के लिए भी विभिन्न प्रकार के झूले और खाद्य सामग्री की दुकानें लगी हुई है.

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