Joharlive Team
पूर्वी सिंहभूम: अंधविश्वास की पट्टी आंखों में बांध कर हम जिस तरह से अकर्मण्यता व भाग्यवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, वह समाज, देश, संस्कृति व भावी पीढ़ी को गहरी खाई में ढकेलने के सिवा कुछ नहीं करेगी। ऐसी ही अंधविश्वस की एक घटना पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा थाना से आई है।
एक युवक ओझा-गुनी के चक्कर में इस कदर हैवान बन गया कि सोए हुए चाचा-चाची को कुल्हाड़ी से काट डाला। रिश्ते के खून की यह घटना घटी है झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा थाना इलाके में। हद यह कि हत्या करने के बाद हत्यारा भतीजा खेत में धनरोपनी करने निकल गया।
बताया गया है कि बस्ती पटमदा गांव के शिशुपाल टुडू की पत्नी बराबर बीमार रहती थी। वह पत्नी को दिखाने पड़ोस के बंगाल के किसी ओझा-गुनी के पास ले गया। वहां ओझा ने बताया कि तुम्हारे घर में ही कोई दो लोग है जिसकी वजह से पत्नी बीमार रह रही है। अगर दोनों नहीं रहेंगे तो तुम्हारी पत्नी ठीक हो जाएगी। ओझा की बात पर उसे अपने-चाची पर शक हुआ और दोनों को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली।
सोमवार देर रात उसने घर में सोए चाचा ओपिंद टुडू और चाची कोकी टुडू पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिया। दोनों की मौके पर मौत हो गई। हत्या करने के बाद शिशुपाल टुडू सो गया और सुबह उठकर खेत में धनरोपनी करने चला गया। जब पड़ोस के किसी व्यक्ति की नजर पड़ी तो उसने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस ने शिशुपाल को खेत से गिरफ्तार कर लिया। शिशुपाल ने पूछताछ में जो कहानी बताई वह हलकान करनेवाली रही।