रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में पिछले एक माह में कई चरणों में चली राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में आजीवन कारावास के 90 कैदियों को छोड़ने पर सहमति बनी है। इनमें रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के 53 कैदी, लोकनायक जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारा हजारीबाग के 11 कैदी, केंद्रीय कारा दुमका के 17, केंद्रीय कारा घाघीडीह जमशेदपुर के छह और केंद्रीय कारा मेदिनीनगर पलामू के तीन कैदी शामिल हैं। राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में राज्य की जेलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 185 कैदियों की सूची पर विचार किया गया।
इस सूची में कुख्यात अपराधी अनिल शर्मा व सुरेंद्र बंगाली का नाम भी था, जिनका पत्ता कट गया। उनकी कारा मुक्ति पर पर्षद की सहमति नहीं मिली। राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद के फैसले के बाद बुधवार को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से 20 बंदियों को छोड़ा गया। जो ज्यादा बुजुर्ग थे, उन्हें गुरुवार को उनके परिजन के साथ घर भेजा जाएगा। ऐसे शेष बंदियों की संख्या 33 है। राज्य के अन्य केंद्रीय कारा से भी बंदियों को छोड़ा जाना जारी है।