रांची : लोहरदगा और लातेहार के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय नक्सलियों के खात्म के लिए सुरक्षा बलों ने अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन चलाया है। भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर रवींद्र गंझू के दस्ते के खिलाफ चलाए गए इस अभियान का नाम ऑपरेशन डबल बुल रखा गया था। इसमें झारखंड पुलिस की लोहरदगा व लातेहार जिला बल, CRPF, झारखंड जगुआर तथा कोबरा बटालियन ने हिस्सा लिया। इसमें 10 लाख के ईनामी जोनल कमांडर बलराम उरांव सहित कुल 9 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें सब जोनल कमांडर दशरथ सिंह खेरवार, एरिया कमांडर, मारकुश नगेसिया के अलावा सेल सदस्य शैलेश्वर उरांव, मुकेश कोरबा, विनेन कोरवा, शैलेंद्र नगेसिया, संजय नगेसिया तथा महिला नक्सली शीला खेरवार शामिल हैं।
इन उग्रवादियों के पास से बड़े पैमाने पर हथियार, विस्फोटक सहित दैनिक उपयोग के सामान व संगठन के बैनर पोस्टर बरामद किए गए हैं। इसमें 3.27 लाख रुपये भी शामिल हैं। सुरक्षा बलों की ओर से यह ऑपरेशन 8 फरवरी 2022 को प्रारंभ किया गया। 21 फरवरी तक इसका संचालन हुआ। इसमें सुरक्षा बलों की नक्सलियों के साथ 10 बार मुठभेड़ हुई। 3 जवान घायल हुए। एक नक्सली मारा गया। मंगलवार को रांची स्थित पुलिस मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस IG ऑपरेशन अमोल वी होमकर सहित पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे।
बताया गया कि इस ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों की ओर से जंगल इलाके में बनाए गए कई बंकर व कैंप को नष्ट किया गया। यह पूरा ऑपरेशन बुलबुल, सहेदा टोली, नारायणपुर सहित आसपास के जंगली इलाके में चलाया गया। सुरक्षा बलों की कार्रवाई से परेशान होकर उग्रवादी ग्रामीणों का वेश बनाकर निकलने का प्रयास कर रहे थे लेकिन 18 फरवरी को की गई छापेमारी में यह सभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।पुलिस ने बताया कि नक्सलियों का यह दस्ता कई बड़ी वारदातों को अंजाम देने में शामिल रहा है। इसमें धरधरिया में IED ब्लास्ट कर 11 सुरक्षाकर्मियों की हत्या करने, लुकईया मोड़ पर पुलिस की टीम पर हमला कर 4 पुलिसकर्मियों को मारने, पाखर माइंस में 12 वाहनों को आग लगाने, कुंजाम माइंस में 29 वाहनों को जलाने जैसे अपराध शामिल हैं।