कोडरमा: व्यवहार न्यायालय परिसर कोडरमा में आज शनिवार को चेक बाउंस व विद्युत् विभाग के मामलों से सम्बंधित विशेष लोक अदालत सह मासिक लोक अदालत का आयोजन किया गया. जो कि झारखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के निर्देश के अलोक में जिला विधिक सेवा प्राधिकार कोडरमा के तत्वावधान में किया गया. इस मौंके पर प्रभारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गुलाम हैदर ने कहा कि झालसा के निर्देश पर चेक बाउंस व विद्युत् विभाग के मामलों से सम्बंधित विशेष लोक अदालत मामलों के त्वरित निष्पादन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि लोक अदालत शीघ्र, सस्ता और सुलभ न्याय प्रदान करने का सशक्त माध्यम है.
दोनों पक्षों की होती है जीत
लोक अदालत में दिए गए फैसले में दोनों पक्षों की जीत होती है. साथ ही दोनों पक्ष संतुष्ट भी होते हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि इसमें दिए गए निर्णय के विरुद्ध कहीं भी कोई अपील नहीं होती. लोक अदालत का निर्णय अंतिम निर्णय होता है. इसमें लोगों का समय और पैसा दोनों का बचत होता है. वहीँ आज के लोक अदालत में कुल चार बेंचों का गठन किया गया है. बेंच संख्या एक में जिला जज द्वितीय अजय कुमार सिंह व अधिवक्ता सुरेश कुमार, बेंच संख्या दो में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार व अधिवक्ता संजय कुमार सिंह, बेंच संख्या तीन में अवर न्यायाधीश तृतीय प्रज्ञा बाजपेयी व अधिवक्ता सुमन जैसवाल व बेंच संख्या चार में स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष आर. के. तिवारी, सदस्य बालेश्वर राम और ममता सिंह ने मामले की सुनवाई की.
82 वादों का किया गया निष्पादन
लोक अदालत में चार बेंचो के माध्यम से कुल 82 वादों का निष्पादन किया गया जबकि विभिन्न विभागों से कुल 62,69,000/- रुपये राजस्व की वसूली की गई. इस दौरान जिला न्यायाधीश चतुर्थ राकेश चंद्रा, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव गौतम कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शिवांगी प्रिया, विद्युत विभाग, उत्पाद विभाग के अधिकारी, न्यायालयकर्मी रणजीत कुमार सिंह, प्रियंका कुमारी, अनिल कुमार सिंह, नवीन कुमार, महेश्वर कुमार, रवि कुमार, पी.एल.वी. रविन्द्र कुमार, पाण्डेय शेखर प्रसाद, मोनिका कुमारी मौजूद थी.