सिमडेगा: रोजगार की तलाश में तमिलनाडु गए झारखंड के 8 युवा लापता हो गए थे। परिजनों ने सिमडेगा पुलिस के समक्ष मामले की शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद सिमडेगा पुलिस ने तमिलनाडु के नामक्कल, सलेम पुलिस की मदद से इन सभी युवकों को खोज निकाला। इन सभी को तमिलनाडु से झारखंड भेज दिया गया है। सभी युवक धनबाद-एलेप्पी एक्सप्रेस से वापस लौट रहे हैं। इन युवकों की तलाश में मदद के लिए सिमडेगा पुलिस की ओर से तमिलनाडु के दो जिलों की पुलिस टीम को प्रशस्ति पत्र भेजा जा रहा है। सिमडेगा पुलिस की ओर से बताया गया कि गत 10 मार्च को कोलेबिरा थाना क्षेत्र के ग्राम टूटीकेल से करीब 15-20 महिलाएं एवं पुरुष पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंचे। गांव के लोगों ने बताया कि गांव के 16 युवक एक साथ काम की तलाश में तमिलनाडु गए थे। इन सभी लोगों ने 4 मार्च को ट्रेन पकड़ी। 6 मार्च को सलेम स्टेशन पहुंचे। इसके बाद इस समूह में शामिल 8 युवकों से संपर्क हो रहा। बाकी 8 युवकों से संपर्क नहीं हो रहा है। इनका मोबाइल बंद आ रहा था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सिमडेगा डॉ शम्स तबरेज ने इन लोगों के मोबाइल नंबर के जरिए इनके लोकेशल की तलाश शुरू की। पता चला कि लापता लड़के सलेम जिले के एडैनंयन्गकाड़ू निवासी परूमल चिन्नासामी तथा बीजापूर जिला के आजादनगर-निवासी महबूबसाब पडनूर से संपर्क में थे। सिमडेगा जिला पुलिस ने प्राप्त इनपुट के आधार पर पुलिस अधीक्षक, सिमडेगा के कार्यालय से विधिवत रूप से तमिलनाडु के नामक्कल जिला के पुलिस अधीक्षक, सरोज कुमार ठाकुर एवं सलेम जिला के पुलिस अधीक्षक एम श्रीअभिनव को ई-मेल के जरिए मामले की जानकारी दी। इसके बाद तमिलनाडु पुलिस सक्रिय हुई। पुलिस ने इन सभी युवकों को खोज निकाला। इसके बाद इन्हें ट्रेन से झारखंड के लिए रवाना किया गया।
यह हो गए थे लापता
दिलीप डांग, असीम डांग, मुकुट डांग, विनोद बसंत डांग, हर्षित डांग, नामजन जोजो,अनुज समद एवं संजय केरकेट्टा