Joharlive Team

रांची। नेपाल पुलिस की चंगुल में फंसे खूंटी के 8 युवक बुधवार की सुबह रिहा होंगे। सभी युवकों को गाड़ी के साथ सुबह के समय मुक्त किया जायेगा। आठों युवकों को नेपाल पुलिस की चंगुल से छुड़ाने मंे युवा किशन सिंघम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। सभी युवक गाड़ी लेकर सड़क मार्ग से खूंटी पहुंचेंगे। युवा किशन ने जोहार लाइव के संवाददाता से बातचीत में बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी। वह रांची में रहते है। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए खूंटी के सभी युवक के रिश्तेदारों से संपर्क किया। फिर नेपाल में फंसे युवकों का नंबर लिया। फिर युवकों से बातचीत में पता चला कि सभी गलती के कारण फंस गए है। इसके बाद सिंघम ने नेपाल में वरीय पुलिस अधिकारी से संपर्क कर पूरी जानकारी दी। फिर युवकों से संबंधित सारे दस्तावेज सौंपे गए। वरीय पुलिस अधिकारी ने मामले की जांच कराया, तो सत्य पाया। इसके बाद वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर युवकों से 98 हजार रुपए(नेपाल करेंसी और भारत में इसका मूल्य करीब 60000) जुर्माना वसूला गया।
उन्होंने कहा कि कई लोगों की मेहनत रंग लायी है। सभी को इसके लिए धन्यवाद। सारे युवकों को मंगलवार मुक्त कर दिया गया है। जबकि, दोनों गाडि़यों को बुधवार मुक्त किया जायेगा। सभी युवक सुबह के समय काठमांडू से अपने वाहन से लौटेंगे।

क्या है मामला

चोरी की कार बताकर कस्टम ऑफिसर ने खूंटी के आठ युवकों को गिरफ्तार किया था। जिसमें दो युवकों को नेपाल पुलिस ने चोरी की कार में घूमने के आरोप में पकड़ा था। आठों युवक दो कार से नेपाल 7 नवंबर को घूमने गए थे। मोबाइल मैप की मदद से युवक नेपाल पहुंचे थे। मगर, युवक जिस रूट से नेपाल में प्रवेश किया, वहां कोई चेक पोस्ट नहीं था। इसके कारण परमिट नहीं बनवा सकें थे। काठमांडू के कोटेश्वर थाना पुलिस ने परमिट न होने के कारण उन्हें पकड़ा था।

छोड़ने की एवज में ऑफिसर ने मांग थे 4.50 लाख

युवकों ने व्हाट्सएप के माध्यम से अपने संबंधियों को सूचना दी कि नेपाल के कस्टम ऑफिसर ने उन्हें पकड़ लिया था। जबकि, उनलोगों को छोड़ने के एवज में 4.50 लाख रुपये मांग रहे थे। सूचना मिलने के बाद परेशान परिजनों रो-रो कर बुरा हाल था। इसके बाद मामले की जानकारी किशन सिंधम को मिली, तो उन्हें छुड़ाने के लिए नेपाल में बातचीत करने लगा था।

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