JoharLive Team
रांचीः झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के 6ठे दिन भी भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने बाबूलाल मरांडी को विपक्षी दल का नेता बनाए जाने को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया।
इस दौरान विपक्ष के विधायक नारा लगाते रहे। उधर, प्रश्नकाल के दौरान कई विधायकों ने संबंधित विभागिय मत्रियों से अपने सवाल पूछे जिनका जवाब संबंधित मंत्रियों ने दिया। हंगामे के दौरान स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने बार-बार विपक्ष के विधायकों से उनकी सीट पर बैठने का आग्रह किया। लेकिन भाजपा के विधायक हंगामा करते रहे।
इस दौरान राजमहल विधायक अनंत ओझा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया भी दी, जिसमें मुख्यमंत्री ने कहा था कि बीजेपी बाबूलाल मरांडी को छोड़कर किसी और को सदन में नेता प्रतिपक्ष के रूप में मान्यता दे दे। अनंत ओझा ने कहा कि अगर ऐसा है तो हेमंत सोरेन को भी सदन के नेता पद से हटकर इस पर स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन जैसे नेताओं को सदन का नेता बना देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्टीफन मरांडी, हेमंत सोरेन से ज्यादा अनुभवी हैं और तेजतर्रार नेता हैं। बीजेपी विधायकों ने सर्वसहमति से बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता स्वीकार किया है। ऐसे में क्या अब हेमंत सोरेन तय करेंगे कि बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष कौन होगा।
स्पीकर ने कहा कि आज होली का पूर्व मुहूर्त है, इस दिन दुश्मन को भी गले लगाया जाता है। उन्होंने बार-बार विपक्ष के विधायकों से अपने आसन पर जाने का आग्रह किया। प्रश्नकाल के दौरान बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती ने अपने क्षेत्र में ट्रामा सेंटर और स्वास्थ्य सुविधाओं की समस्याओं को उठाया। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जवाब दिया। उन्होंने कहा कि स्थिति को ठीक करने के लिए सरकार प्रयासरत है।
बगोदर के विधायक विनोद सिंह ने प्रवासी मजदूरों की मौत पर उनके परिजनों व आश्रितों को मुआवजा दिलाए जाने के लिए अलग से निदेशालय की मांग की। उन्होंने कहा कि दुर्घटना वालों को मुआवजा तो मिल जाता है लेकिन जो तनाव व बीमारी से मरते हैं तो उन्हें मुआवजा नहीं मिलता है। इसके जवाब में श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि वे इसकी जानकारी हासिल कर सदन में जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि निदेशालय बनाने पर विचार किया जाएगा।