Joharlive Team

खूंटी: साल 2020 खूंटी पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण और सफलता भरा साल रहा. अपराध और नक्सल गतिविधियों में कमी आई। माओवादी और पीएलएफआई के खिलाफ भी कई बड़ी सफलता मिली। जीतराय मुंडा, मैना मुंडा जैसे माओवादी एरिया कमांडर की गिरफ्तारी हुई। वहीं, पीएलएफआई के रीजनल कमेटी मेंबर और 15 लाख का इनामी जीदन गुड़िया को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया।कुछ माह पहले पीएलएफआई के एरिया कमांडर दीत नाग, बिरसा ओडेया जैसे एरिया कमांडर की भी गिरफ्तारी हुई है।

पुलिस के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि की यदि बात करें तो प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के रीजनल कमेटी कमांडर 15 लाख के खूंखार इनामी जीदन गुड़िया को पुलिस ने दिसंबर के आखिरी सप्ताह में ढेर कर दिया। वहीं, भाकपा माओवादी के महिला हार्डकोर नक्सली शांति पूर्ति समेत सोना माही और सनिका चंपिया तीनों को मुठभेड़ में ढेर किया। खूंटी पुलिस के लिए यह उपलब्धि इसलिये भी खास रही कि मात्र 3 मुठभेड़ में पुलिस ने आतंक का पर्याय कहे जाने वाले 4 नक्सलियों को ढेर किया।

पुलिस ने अपनी विशेष रणनीति के तहत चलाये रांची, चाईबासा के जॉइंट ऑपेरशन की मदद से पीएलएफआई और माओवादियों के एरिया कमांडरों की गिरफ्तारी में भी बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने पांच लाख के इनामी माओवादी जोनल कमांडर जीतराय मुंडा और हार्डकोर नक्सली बिरसा मुंडा उर्फ नैना उर्फ बिरसा बिरहोर को गिरफ्तार कर जेल भेजा। इसके साथ ही प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के दो लाख के इनामी एरिया कमांडर दीत नाग और एक लाख का इनामी हार्डकोर सदस्य लारा तोपनो उर्फ ढुल्लू, एरिया कमांडर मांगू मुंडा और एरिया कमांडर बिरसा मुंडा उर्फ बिरसा ओडेया को धर दबोचा।

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