नई दिल्ली। उत्तर भारत में मानसून को लेकर अपने पूर्वानुमानों के लगातार गलत निकलने के बीच भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने एक बार फिर सोमवार की सुबह भारी बारिश होने की संभावना जाहिर की है। आईएमडी ने कहा कि सोमवार को दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भारी से भी बेहद भारी बारिश होने के आसार बन रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बिजली गिरने से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आकाशीय बिजली गिरने से मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। पीएमओ की ओर से जारी ट्वीट में लिखा है कि राजस्थान के कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। इससे अत्यंत दुख हुआ है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
वहीं, तेज बारिश के दौरान प्रदेश में रविवार को बिजली गिरने से 44 लोगों की मौत हो गई, जबकि 47 झुलस गए। मृतकों में प्रयागराज में 14, कानपुर देहात व फतेहपुर में पांच-पांच, कौशांबी में चार, फिरोजाबाद व फतेहपुर में तीन-तीन, उन्नाव, सोनभद्र व हमीरपुर में दो-दो, प्रतापगढ़, कानपुर नगर, मिर्जापुर व हरदोई में एक-एक लोग शामिल हैं। इसके साथ ही 200 से अधिक मवेशियों की भी जान गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई जिलों में आकाशीय बिजली गिरने व डूबने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को नियमानुसार अनुमन्य राहत राशि तत्काल वितरित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही घायल लोगों का समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं।
राजस्थान में अकाशीय बिजली गिरने से 20 की मौत
राजस्थान के कई हिस्सों में बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में सात बच्चों सहित 20 लोगों की मौत हो गई जबकि 21 लोग घायल हो गए। बताया गया कि इनमें अकेले जयपुर में आमेर किले के वाच टावर पर बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हुई है। जबकि कोटा जिले में चार बच्चे और धौलपुर जिले में तीन बच्चों की मौत हुई है।
सूत्रों के अनुसार रविवार को आमेर किले के वाच टावर पर लोग मौसम का लुत्फ उठाने के लिए एकत्र हुए थे। तभी शाम को जबरदस्त बिजली गिरने से लोगों की मौत हो गई। इस घटना में 17 लोग घायल भी हुए हैं। बचाव कार्य में जुटी पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया है। राजस्थान सरकार ने जिला प्रशासन को पीड़ितों की मदद का निर्देश दिया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।