Latehar : लातेहार में उग्रवादी संगठन TPSC को तगड़ा झटका लगा है। जिले की बालूमाथ पुलिस ने 6 खतरनाक उग्रवादियों को धर दबोचा है। इनके नाम नारायण भोक्ता उर्फ आदित्य, आलोक यादव उर्फ अमरेश यादव, अमित दुबे उर्फ छोटे बाबा, महेंद्र ठाकुर, संजय उरांव उर्फ भगत और इमरान अंसारी बताये गये। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने चार रायफल, एक ऑटोमैटिक रिवॉल्वर, 1102 गोलियां सहित अन्य सामान जब्त किये हैं। धराये सभी उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास रहा है। इनमें से कुछ उग्रवादी पहले जेल भी जा चुके हैं। इस बात का खुलासा आज लातेहार पुलिस कप्तान कुमार गौरव ने किया।
एसपी कुमार गौरव ने मीडिया को बताया कि उन्हें इंफॉर्मेशन मिली थी कि हेसाबार-भांग जंगल में TSPC के कुछ उग्रवादी घूम रहे हैं। सभी उग्रवादी हथियार से लैस हैं। लगता है किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। मिली इंफॉर्मेशन को गंभीरता से लिया गया और बालूमाथ SDPO बिनोद रवानी की देखरेख में एक टीम गठित की गयी। गठित टीम बताये गये लोकेशन पर पहुंची और जंगल की घेराबंदी कर उग्रवादियों को दबोच लिया। पुलिस कप्तान ने बताया कि गिरफ्तार किये गये सभी उग्रवादी लातेहार, पलामू, गढ़वा और चतरा जिले में ज्यादा एक्टिव थे। इन जिलों के कारोबारियों और ठेकेदारों को डरा-हड़काकर लेवी वसूलना इनकी फितरत है। लेवी नहीं मिलने पर ये उग्रवादी किसी की भी जान लेने से नहीं हिचकते। गुजरे कुछ वक्त से ये उग्रवादी चंदवा थाना क्षेत्र के डगडगिया पुल/सेरक रोड और लातेहार थाना क्षेत्र में हो रहे रेलवे विकास कार्य को रोकने की कोशिश की थी। साथ ही लेवी के लिए उनपर दबाव बना रहे थे। वहीं, रमकंडा थाना क्षेत्र के रोड निर्माण कार्य को भी बाधित किया था। इसके अलावा टंडवा थाना क्षेत्र के कारोबारियों को डराकर उनसे लेवी वसूली की थी।
SP कुमार गौरव ने बताया कि जेल जाने से पहले नारायण भोक्ता का ओहदा संगठन में सबजोनल कमांडर का था। वहीं, जेल से निकलने के बाद वह पहचान छुपाकर संगठन में कमांडर के तौर पर काम कर रहा था। आलोक यादव महुआडांड़ इलाके में बतौर सबजोनल कमांडर काम करता था। जेल से निकलने के बाद वह फिर से संगठन के लिए एक्टिव होकर काम करने लगा था। कमांडर अमित दुबे उर्फ छोटे बाबा गुजरे दस सालों से छुप-छुपाकर इधर-उधर से संगठन के लिए काम करता था। बीते कई सालों से वह फरार चल रहा था, जिसे पुलिस खोज रही थी। आलोक यादव उर्फ अमरेश यादव के खिलाफ पुलिस फाइल में 11 मामले दर्ज हैं। इमरान अंसारी और संजय उरांव उर्फ भगत के खिलाफ सात-सात मामले दर्ज हैं। वहीं, अमित दुबे उर्फ छोटे बाबा और नारायण भोक्ता उर्फ आदित्य के खिलाफ पांच-पांच मामले दर्ज हैं।
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