रांची : राज्य किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर प्री फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल बनाए जा रहे है. जिससे कि कोरोना या फिर कोरोना जैसी कोई दूसरी बीमारी आती है तो उसके लिए बेड कम नहीं पड़ेंगे. वहीं मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सकेगा. हालांकि संसाधनों का इस्तेमाल किसी भी बीमारी के इलाज में किया जा सकता है. राज्य में 17 प्री फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल का रास्ता साफ हो गया है. विभाग ने 6-9 महीने में इन हॉस्पिटलों को पूरा करने का निर्देश जारी किया है. वहीं इसके लिए 57 करोड़ 52 लाख रुपए आवंटित कर दिया है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि आगले साल राज्य में मरीजों के इलाज के लिए अलग-अलग जिलों में 850 बेड का प्री फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल तैयार होगा. इमरजेंसी की स्थिति में इन हॉस्पिटलों को एक जगह से उठाकर दूसरे जगह शिफ्ट भी किया जा सकेगा.

निर्माण व संचालन के लिए मिले 638 करोड़

इमरजेंसी कोविड रिस्पांस पैकेज (इसीआरपी) फेज 2 के तहत झारखंड में 19 जगहों पर 50-50 बेड वाले हॉस्पिटल का निर्माण किया जाना है. इसके लिए 638.90 करोड़ का पैकेज स्वीकृत है. जिसके तहत प्रति यूनिट प्री-फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपए का लगभग बजट है. वहीं इसके संचालन के लिए 17,64,47,000 रुपए की स्वीकृति दी गई है. भवन निर्माण निगम ने इसका डीपीआर तैयार किया था. इन हॉस्पिटलों में जरूरी जांच के साथ इलाज के भी पुख्ता इंतजाम रहेंगे. इस हॉस्पिटल में कंक्रीट की जगह एल्युमिनियम के स्ट्रक्चर और जीआई शीट्स के अलावा वैसे मेटेरियल का इस्तेमाल किया जाएगा जिसे जरूरत पड़ने पर तत्काल शिफ्ट किया जा सकेगा.

कहां कहां बनेगा हॉस्पिटल

राजधनवार
डुमरी, गिरिडीह
तोपचांची, धनबाद
कांके, रांची
बूंडू, रांची
ठेठईटांगर, सिमडेगा
भरेचनगर, रामगढ़
बरहेट, साहेबगंज
बोरीजोर, गोड्डा
पाकुरिया, पाकुड़
बहरागोड़ा, इस्ट सिंहभूम
बड़जामदा, वेस्ट सिंहभूम
चाउलीबासा, सरायकेला
पांकी, पलामू
सिमरिया, चतरा
ओल्ड सदर हॉस्पिटल, देवघर,
रामगढ़, दुमका

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