पटना : विदेश यात्रा से लौटे कई यात्रियों के बारे में स्वास्थ्य विभाग बेखबर है। वह बिहार में हैं या देश के अन्य शहरों में, यह पता नहीं चल पा रहा है। कई का मोबाइल नंबर बंद है और कई सही सूचना नहीं दे रहे हैं। देश के कई राज्यों में नए वायरस के दस्तक के बाद बिहार में विदेश यात्रा से लौटे यात्रियों की तलाश तेज कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की बात करें तो पटना में गुरुवार की रात तक कुल 560 लोग विदेश यात्रा से वापस आए हैं, जिसकी सूची लगभग 5 दिन पहले स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई। महज 85 लोगों को ही ट्रेस किया जा सका है। अब तक 55 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 20 रिपोर्ट का अभी इंतजार है।

कोरोना के नए वैरिएंट ओमिकॉन ने देश में दस्तक दे दी है। देश में संक्रमण का मामला आते ही बिहार सरकार अलर्ट हो गई है। बिहार में आने वाले विदेशी यात्रियों की तलाश तेज कर दी गई है। शुक्रवार को पटना में विशेष टीम लगाई गई है जो विदेशी यात्रियों की तलाश में जुटी है। इस काम में पुलिस की भी मदद ली जा रही है।

टेस्टिंग में देरी खतरे की घंटी
विदेश यात्रा से आने वालों की टेस्टिंग सही समय पर नहीं होना खतरे की घंटी है। विदेश यात्रा से वापस आने के बाद यात्री कहां हैं और किस-किसके संपर्क में आए हैं, इसकी कड़ी खंगालना बड़ी चुनौती होगी। एक भी यात्री कोरोना पॉजिटिव हुआ और जांच में डिटेक्ट होने से पहले वह लोगों के संपर्क में आया तो खतरा बढ़ जाएगा। अब तक जो भी मामले आए हैं, उसमें यह साफ हो गया है कि वायरस के नए स्ट्रेन में लोगों को संक्रमित करने की क्षमता काफी अधिक है।

विभाग ने लगा दी पूरी ताकत, नहीं मिल रहे यात्री
स्वास्थ्य विभाग ने विदेश यात्रा से बिहार आए लोगों को ट्रेस करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। ट्रेस करने के लिए टीम में सदस्यों की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन वह पकड़ में नहीं आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि जो भी संपर्क में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के लिए सैंपल ले लिया जा रहा है। अब तक 85 लोगों का सैंपल लिया गया है। सरकार ने आदेश जारी किया है कि जितनी जल्दी हो सके, विदेश से आने वालों की जांच कर ली जाए।

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