रांची : बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी रांची पहुंच गए हैं। जहां उनका कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने मध्यप्रदेश की घटना को लेकर कहा कि वहां के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उस आदिवासी के पैर छूये, कुकृत्य करने वाले के घर पर बुलडोजर चला।
बाबूलाल ने सीएम हेमंत को घेरा
वहीं आदिवासी संगठनों के द्वारा आज के भाजपा कार्यालय घेराव के संबंध में बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पहले मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना चाहिए। क्योंकि जब से झारखंड में हेमंत सरकार बनी है तब से राज्य में 5 हजार से अधिक महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है। इनमें सबसे ज्यादा आदिवासी महिला शिकार हुई है। हेमंत सोरेन पर सवाल दागते हुए कहा कि दुमका, बरहेट जो मुख्यमंत्री की कर्म भूमि है वहां पर महिलाओं को पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। और सीएम हेमंत अभी तक उन पीड़ित परिवारों का सुध तक नहीं ली।
बाबूलाल ने आदिवासियों को दी सलाह
यूसीसी के सवाल को टालते हुए उन्होंने आदिवासियों को सलाह देते हुए कहा कि जो लोग बीजेपी कार्यालय का घेराव करना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले सीएम आवास का घेराव करना चाहिए। बाबूलाल ने उमेश कच्छप के आत्महत्या का जिक्र करते हुए कहा कि उनके परिवार सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट गए हैं। वहीं हेमंत सोरेन अभी तक जांच के लिए सीबीआई को नहीं कहा। जांच से क्यों भाग रहे हैं।
भाजपा कार्यालय घेराव पर क्या बोले प्रतुल शाहदेव ?
वहीं भाजपा कार्यालय घेराव के सवाल पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि उनका लोकतांत्रिक अधिकार है। वे घेराव कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि घेराव मुख्यमंत्री आवास का होना चाहिए। इसलिए क्योंकि अब तक के इस कार्यकाल में 5000 से ज्यादा बलात्कार की घटना सामने आ चुकी है। ऐसे में आदिवासी समाज को पहले मुख्यमंत्री आवास का घेराव करना चाहिए।
यूसीसी को लेकर जगह-जगह हो रहा विरोध प्रदर्शन
बता दें कि पीएम मोदी के यूसीसी को लेकर दिए बयान के बाद आदिवासी समाज में रोष है। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन हो रहा है। झारखंड की राजधानी रांची भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी यूसीसी को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसी कड़ी में यूसीसी के विरोध में विभिन्न आदिवासी संगठनों द्वारा शनिवार को भाजपा कार्यालय का घेराव होना था, लेकिन इससे पहले ही पुलिस प्रशासन ने डिटेन कर लिया।