रांची: सांसद संजय सेठ ने झिरी प्लांट का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि झिरी डंपिंग यार्ड में कचरे से गैस प्लांट बनकर तैयार हो गया है. साथ ही कहा कि रांची शहर को कचरा से मुक्ति दिलाने का वादा किया था. केंद्र सरकार से बात की और गेल इंडिया के द्वारा रांची के झिरी डंपिंग यार्ड में 300 टन के कचरा संधारण प्लांट का प्रस्ताव रखा था. सांसद के इस प्रस्ताव पर गेल इंडिया ने अपनी सहमति दी और स्वच्छ भारत मिशन के तहत इस पर कार्य भी शुरू हो गया. 25-25 करोड़ रुपए की लागत से यहां 150 टन के दो प्लांट तैयार किया जा रहा हैं. अधिकारियों ने बताया कि 150 टन का एक प्लांट पूरी तरह से तैयार हो चुका है, जो फरवरी अंतिम सप्ताह या मार्च प्रथम सप्ताह में काम करने लगेगा. बता दें कि डंपिंग यार्ड की वजह से आसपास के लोगों की जिंदगी नर्क बन गई थी. लेकिन अब प्लांट के शुरू हो जाने से लोगों को काफी राहत मिल जाएगी.
फेज-1 का काम पूरा
अधिकारियों ने सांसद को बताया कि झिरी कचरा डंपिंग यार्ड में गेल के द्वारा कचरा संधारण प्लांट का निर्माण कार्य फेज-1 पूरा हो गया है. यहां 150 टन का कचरा संधारण प्लांट तैयार है. यहां पर 300 टन का कचरा संधारण प्लांट तैयार होना है. अधिकारियों ने बताया कि फरवरी अंतिम या मार्च 2024 के प्रथम सप्ताह से यह प्लांट कार्य करने लगेगा. प्रथम चरण में यहां गोबर का उपयोग किया जाएगा. यहां डंप किए गए कचरा से रोज 8 टन खाद बनेगा. 5000 किलो सीएनजी गैस बनेगी. स्वच्छ भारत मिशन के तहत 25 करोड़ की लागत से फेज-1 का यह प्लांट बनकर तैयार हुआ है.
सांसद ने जताई खुशी
सांसद सेठ ने इस प्लांट के पूर्ण होने पर खुशी जताते हुए कहा कि मोदी सरकार गारंटी पर काम करती है. हर वादे, हर गारंटी को पूरी होने की गारंटी देती है. मोदी जी की इस गारंटी पर यह कचरा संधारण प्लांट तैयार हो गया है. मेरे लिए यह खुशी की बात है कि मैंने जो प्रयास किया, वह सफल हो चुका है. कचरा संधारण प्लांट तैयार के माध्यम से कचरे को अन्य कार्यों के लिए भी तैयार किया जाए, इस दिशा में कार्य चल रहा है. सांसद ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी के प्रति आभार जताया है.