तेल अवीव : हमास-इजरायल युद्ध के बीच गाजा के एक अस्पताल में हुए विस्फोट में 500 से ज्यादा लोगों की मौत को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. हमास का दावा है कि विस्फोट एक इजरायली रॉकेट के कारण हुआ था, जबकि बेंजामिन नेतन्याहू सरकार ने कहा कि हमले में उनकी कोई भूमिका नहीं थी. वहीं, मामले में तब नया मोड़ आ गया जब इजरायल ने विस्फोट का फुटेज जारी कर दिया. इजरायली सेना ने फिलिस्तीनी आतंकवादियों को दोषी ठहराया है. कहा कि एक निवर्तमान इस्लामिक जिहाद रॉकेट विफल हो गया. इजरायल ने अपने दावों को सही साबित करने के लिए विस्फोट के वीडियो की एक सीरिज जारी कर दी है, जिनमें से एक में रॉकेट की चपेट में आने से पहले और बाद में अस्पताल और उसके आसपास का माहौल दिखाया गया है.
क्या है वीडियो फुटेज में
आईडीएफ ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, ‘इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन द्वारा एक असफल रॉकेट लॉन्च ने गाजा शहर के अल-अहली अस्पताल को निशाना बनाया. इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन द्वारा विफल रॉकेट लॉन्च से पहले और बाद में अस्पताल के आसपास के क्षेत्र से आईएएफ फुटेज.’ वीडियो में दिखाया गया है कि अस्पताल की पार्किंग में रॉकेट गिरने के बाद इमारत में आग लग गई. इजराइली सेना ने दावा किया कि उनके हथियार विशेष रूप से उनके रॉकेट उच्च प्रभाव वाले हैं. जिस स्थान पर वे हमला करते हैं, वहां गड्ढे बना देते हैं. उन्होंने कहा कि अस्पताल के पास कोई गड्ढा दिखाई नहीं दे रहा है और यहां तक की इमारत को भी कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है.
जानें क्या बोले इजरायली सेना के प्रवक्ता
स्थल पर विस्फोट के आकार की व्याख्या करने के लिए पूछे जाने पर मुख्य इजरायली सैन्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि यह अप्रयुक्त रॉकेट ईंधन में आग लगने के अनुरूप था. उन्होंने कहा, ‘इसमें से अधिकतर क्षति प्रणोदक के कारण हुई होगी, न कि केवल हथियार के कारण.’ उन्होंने हमास पर विस्फोट से हताहतों की संख्या को बढ़ाने का भी आरोप लगाया और कहा कि जितनी जल्दी उसने दावा किया है, उतनी जल्दी यह पता नहीं चल सका कि विस्फोट का कारण क्या था.