वायनाड: केरल के वायनाड जिले में मंगलवार तड़के भारी बारिश के बीच दो जगहों पर बड़े भूस्खलन में बच्चों सहित कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है. अधिकारियों ने बताया कि मेप्पाडी पंचायत के वेल्लारीमाला गांव के मुंडकाई और चूरलमाला में भूस्खलन में कई घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए. बचावकर्मियों ने बताया कि मुंडकाई और चूरलमाला में मलबे से 10 शव बरामद किए गए थे और लगभग 30 घायल लोगों को मेप्पाडी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश
पुलिस ने बताया कि मुंडकाई निवासियों ने सुबह छह बजे के आसपास चार शव बरामद किए और शेष सुबह करीब साढ़े आठ बजे चालियार और चूरलमाला से बरामद किए गए. उन्होंने कहा कि मुंडकाई को चूरलमाला शहर से जोड़ने वाला एक पुल और सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गये. इसलिए भारी बारिश के कारण दुर्घटना स्थल तक पहुंचने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण मुंडकाई और अट्टामाला क्षेत्र अलग-थलग पड़ गए हैं और जिला प्रशासन ने जिले के सभी विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है.
वायनाड भूस्खलन पर केरल के मंत्री एमबी राजेश ने कहा,अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है. हमें डर है कि यह त्रासदी कहीं ज्यादा गंभीर हो सकती है. विभिन्न एजेंसियों द्वारा युद्धस्तर पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है. हमने सेना से मदद मांगी है जो जल्द ही प्रभावित इलाकों में पहुंच जाएगी. सीएम ऑपरेशन पर कड़ी नजर रख रहे हैं. उन्होंने मंत्रियों की एक टीम वायनाड भेजी है. अबतक 250 लोगों को बचाया गया और अस्थायी आश्रय शिविरों में भेजा गया. हम फंसे हुए लोगों को हवाई मार्ग से निकाल रहे हैं.