Joharlive Team
रांची। विश्व प्रसिद्ध सावन मेला के लिए प्रतिनियुक्त पर भेजे गए 447 पुलिस अधिकारी व कर्मी की प्रतिनियुक्ति वापस कर ली गयी है। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए इस साल श्रावणी मेला में श्रद्धालु के जलाभिषेक पर रोक लगा दी गयी है। हालांकि देवघर में हर साल के तरह मेले की तैयारी को देखते हुए जवानों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। लेकिन, अब आईजी अभियान साकेत कुमार सिंह सावन मेला को लेकर देवघर में प्रतिनियुक्ति पर तैनात 447 पुलिसकर्मी को वापस लौटने के आदेश दिए है। प्रतिनियुक्ति पर तैनात रामगढ़, गुमला, सरायकेला, बोकारो व पलामू जिले के एसपी व जैप-7, आईआरबी-1, 2 व 3 को पत्र भेजकर कहा गया है कि देवघर जिले के एसपी से समन्वय स्थापित कर प्रतिनियुक्ति पर तैनात पुलिसकर्मी को वापस कराना सुनिश्चित करे। मेला में 7 इंस्पेक्टर, 40 एसआई व एएसआई 400 जवान को प्रतिनियुक्त की गयी थी। सैकड़ों वर्षों से देवघर और दुमका में लगने वाले श्रावणी मेले पर ग्रहण लग गया है। कोरोना काल में राज्य सरकार मेला आयोजित कराने को लेकर सरकार किसी तरह की रिस्क लेने के बदले रोक लगा दी, हालाकि मामला हाईकोर्ट पहुंचा लेकिन वहां भी पूजा पर रोक लगा दी गयी। हाइकोर्ट ऑनलाइन दर्शन कराने की सलाह राज्य सरकार को दी। श्रावणी मेला में दो से ढाई लाख श्रद्धालु हर दिन बाबा के शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। बाबा दरबार में दुनियाभर के श्रद्धालु भक्तों का जमावड़ा पूरे सावन महीने में रहता है। वहीं, केंद्र सरकार ने पहले ही धार्मिक आयोजनों और समागम पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है।