रांची : आशा वर्कर्स (एक्रेडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट) को ही झारखंड में सहिया का नाम दिया गया है. ये सहिया स्थानीय समुदाय के द्वारा चुनकर आती हैं. जिनका काम सोसायटी को स्वास्थ्य से जुड़े परामर्श संसाधन उपलब्ध कराने में मदद करती है. इसके अलावा उन्हें स्वास्थ्य योजनाओं की सूचना भी उपलब्ध कराती है. ऐसे ही राज्यभर में 42,664 सहियाओं को टैब बांटे जाने हैं. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 1,14,25,00,000 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान कर दी है. जिससे सहियाओं के लिए टैब खरीदे जाएंगे. इतना ही नहीं इस टैब की मदद से सहिया के माध्यम से लोग टेली कंसल्टेशन की सुविधा भी ले सकेंगे. इसके अलावा सहिया की ट्रेनिंग भी आनलाइन हो सकेगी. बता दें कि पिछले साल ही सरकार ने इसकी मंजूरी दी थी.
सहिया बनेगी कुशल और सक्षम
राज्य के सभी सहियाओं की कार्य कुशलता को बढ़ाने व उन्हें और सक्षम बनाने के लिए विभाग योजना बना रहा है. राज्य में कुल 42664 सहिया हैं. जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 39964 और शहरी क्षेत्र में 2500 सहिया हैं. इसके अलावा 200 एनइएलपी भी है. इन सभी को अब स्वास्थ्य विभाग की ओर से टैब दिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से आने वाले दिनों में सहियाओं को टैब मुहैया कराया जाएगा. जिससे उन्हें कार्य करने में आसानी होगी. सहियाओं के कार्यों के मुल्यांकन एवं उनके कार्यों को गति प्रदान करने के लिए एक सहिया ऐप तैयार किया जा रहा है. जिसके तहत उनके कार्यों का मूल्यांकन एवं दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि की निगरानी की जा सके तथा प्रोत्साहन राशि समय पर मिल सके.