गढ़वा. झारखंड के गढ़वा में केसीसी लोन के नाम पर फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. आरोप के घेरे में बैंक मैनेजर समेत 4 कर्मी हैं. जानकारी के मुताबिक 8 लाभुकों के खाते 20-20 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली गई. पीड़ित लाभुकों ने रीजनल मैनेजर से इस मामले में शिकायत की, तो जांच में मामला सच निकला. जिसके बाद शाखा प्रबंधक समेत चारों कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया.
जिले के केतार थानाक्षेत्र स्थित झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक में केसीसी के लाभुकों के साथ फर्जीवाड़ा किया गया. यह फर्जीवाड़ा किसी और ने नहीं, बल्कि शाखा प्रबंधक एवं बैंककर्मियों ने मिलकर किया. सूत्रों की माने तो केतार थानाक्षेत्र के मुकुंदपुर गांव के बिंदु साह, राजेंद्र शाह, धर्मेंद्र राम, धर्मेंद्र सिंह, हीरामन साह, उपेंद्र शाह, सुग्रीव शाह एवं सरवन सहित कई ग्रामीणों के केसीसी लोन रीनुवल कर उनके खाते से बिना पूछे 20-20 हजार की अवैध निकासी कर ली गई है. लाभुक जब बैंक से पैसे की निकासी करने जाते, तो नेटवर्क ठीक नहीं होने का हवाला देकर उन्हें लौटा दिया जा रहा था. इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बैंक के रीजनल मैनेजर से की.
रीजनल मैनेजर ने जांच कराई तो पाया केसीसी लोन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया है. बैंक मैनेजर और कर्मियों ने मिलकर लाभुकों के खाते से पैसे की अवैध निकासी कर ली. इसके बाद मैनेजर राहुल सिंह मुंडा, कैशियर राजेंद्र ठाकुर, कर्मी अब्दुल जैदी एवं चपरासी उदय शंकर चौबे को निलंबित कर दिया गया. आगे की छानबीन जारी है.