गया। बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर हैं। करीब एक लाख विदेशी बौद्ध श्रद्धालुओं की आने की संभावना है। विदेशी पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एहतियात के तौर पर गया एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और तिब्बत मंदिर के समीप रैपिड एंटीजन टेस्ट का शिविर व केंद्र बनाया गया है। इधर, रविवार को जांच के दौरान चार लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. इसमें तीन लोग इंग्लैंड से हैं तो एक म्यांमार के मिले हैं। इस खबर के आते ही स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है।
गया पहुंचे 33 विदेशियों को सर्दी खांसी की शिकायत होने के बाद आरटी पीसीआर जांच कराई गई जिसमें चार की रिपोर्ट कोरोना से संक्रमित होने की आई है। सभी 33 यात्री गया एयरपोर्ट पर 20 दिसंबर को बैंकॉक से आए थे। संक्रमित में तीन इंग्लैंड के रहने वाले हैं जिन्हें बोधगया के एक होटल में मेडिकल किट देकर होम आइसोलेट कर दिया गया है. वहीं एक म्यांमार का रहने वाला था जो दिल्ली के लिए रवाना हो चुका है. इस खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है।
सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह ने बताया की कोरोना के नए वेरिएंट के बढ़ते कुप्रभाव को देखते हुए एयरपोर्ट पर दो शिफ्ट और रेलवे स्टेशन पर तीन शिफ्टों में कोरोना की जांच की जा रही है। चूंकि दलाई लामा के आगमन के बाद विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या पहुंचने वाली हैं और उनके आने का सिलसिला शुरू है। इसे देखते हुए बोधगया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 10 बेड, एनएमसीएच के पूरी बिल्डिंग को और गया सदर अस्पताल के 10 आईसीयू बेड को रिजर्व रखा गया है।वहीं कोरोना जांच केंद्र को क्रियाशील कर दिया गया है।
बता दें कि बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर हैं. उनका तिब्बत मंदिर में आवासन स्थल बनाया गया है. आगामी 29 दिसंबर से 31 दिसंबर तक कालचक्र मैदान में प्रवचन देंगे। उनके प्रवचन में शामिल होने के लिए 50 से अधिक देशों से विदेशी पर्यटक,बौद्ध अनुयायी और बौद्ध लामाओ ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. ऐसे में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बोधगया में आयोजित प्रवचन में मास्क को अनिवार्य का एडवाइजरी डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने किया है।