धनबाद: झारखंड के दुमका से मजदूरी करने केरल गए 37 मजदूरों की गुरुवार को घर वापसी हुई है. सभी मजदूरों को एलेप्पी एक्सप्रेस से सुरक्षित धनबाद उतार कर उनके गृह जिला दुमका भेज दिया गया है. मजदूरों की वापसी के दौरान रेलवे स्टेशन पर विधायक मथुरा महतो, एसडीएम सुरेंद्र कुमार, डीटीओ ओम प्रकाश कुमार समेत कई अधिकारी मौजदू रहे.

केरल में जबरन कराई जा रही थी मजदूरीबता दें कि झारखंड के दुमका के रहने वाले 37 मजदूरों को केरल में पहाड़ पर बंधक रखकर जबरन काम लिया जा रहा था. बताया जा रहा है कि रामगढ़ का रहना वाला पटवारी हांसदा इलायची तोड़ने के नाम पर मजदूरों को बरगलाकर केरल ले गया था. लेकिन केरल पहुंचने के बाद उन्हें बंधक बना लिया गया. फिर उनसे पहाड़ों पर काम कराया जाने लगा. मजदूरों ने झारखंड सरकार से अपनी मुक्ति के लिए गुहार लगाई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने केरल सरकार से बात कर सभी बंधकों को मुक्त करा लिया.

सभी मजदूरों को भेजा गया घरकेरल से मुक्त कराए गए सभी मजदूर एलेप्पी एक्सप्रेस से धनबाद पहुंचे. जहां पहले से उनके लिए बस लगी हुई थी. धनबाद स्टेशन पर तमाम अधिकारियों के साथ विधायक मथुरा महतो भी मौजूद थे. सभी मजदूरों को बस से उनके घर रवाना कर दिया गया है. घर पहुंचकर सभी मजदूरों ने राहत की सांस ली है.झारखंड में रोजगार की असीम संभावनाएंरेलवे स्टेशन पर मौजूद विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि झारखंड में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं, जिसे सृजित कर सरकार मजदूरों का पलायन रोकने के लिए प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि झारखंड के मजदूरों को राज्य के भीतर ही काम दिया जाएगा ताकि वह दूसरे राज्यों में दलालों के चंगुल में नहीं फंस सके. मथुरा महतो ने कहा कि मजदूरों के शोषण को रोकने के लिए उनको गृह जिले में ही काम देना बेहतर होगा.

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