Joharlive Desk
नई दिल्ली। भारत-म्यांमार सीमा पर दुश्मनों ने भारतीय जवानों पर घात लगातार हमला किया, जिसमें तीन भारतीय जवान शहीद हो गए। जबकि 5 जवानों के घायल हुए हैं। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि 15 जवानों का एक समूह चंदेल क्षेत्र के खोंगतल से वापस आ रहा था और समूह आईईडी की चपेट में आ गया।
उसके बाद घात लगाए उग्रवादी समूहों ने समूह पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा, 29 जुलाई 2020 को, खोंगतल में सांय करीब 6.45 बजे एक पेट्रोल पार्टी वापस आने वक्त उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले की चपेट में आ गई। घटना भारत-म्यांमर सीमा से करीब 3 किलोमीटर दूर घटी। असम राइफल्स की टुकड़ी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास तीन दिनों के अभियान के बाद वापस अपने पोस्ट लौट रही थी।
शहीद जवानों की पहचान हवलदार प्रणय कलिता, राइफलमैन वाई.एम. कोनयक और राइफलमैन रतन सलीम के रूप में हुई है। वहीं मामूली रूप से घायल पांच जवानों को सेना के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
सरकार ने बताया है कि अभी तक किसी भी उग्रवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया, स्थानीय प्रशासन और खुफिया एजेंसी उग्रवादी समूह की पहचान करने के लिए कार्य कर रही है, जिसने पट्रोलिंग पार्टी पर हमले किए हैं।