छत्तीसगढ़ : जशपुर पुलिस ने धोखाधड़ी के 3 आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपियों ने 115 लोगों से कम कीमत पर गाड़ी और मकान निर्माण के लिए लोन दिलाने के नाम पर 4 करोड़ रुपए ठगे थे। इनमें से 80 लोगों को झारखंड में तो वहीं 35 लोगों को छत्तीसगढ़ में अपना शिकार बनाया था। मामले की शिकायत होने के जशपुर पुलिस ने सभी आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार किया है। जिन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भी भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक,जशपुर के फरसाबहार के रहने वाले ओस्वाल्ड खलखो ने 4 दिसंबर 2020 को सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि स्तानिसलास टोप्पो उन्हें आधी कीमत में स्कॉर्पियों वाहन दिलाने का झांसा दिया और उनसे लगभग 7.50 लाख रुपए और मकान निर्माण के लोन के नाम पर 1.50 लाख रूपए वसूल लिए। जब कुछ दिनों तक वाहन नहीं मिली तो ओस्वाल्ड ने फोन कर गाड़ी और पैसा मांगे। जिससे स्तानिसलास टाल-मटोल करता रहा। ओस्वाल्ड को उसके साथ फ्रॉड होने का शक हुआ। जिसके बाद उसने इस संबंध में पुलिस में FIR दर्ज करवाई।
जिसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई। मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वचन के साथ नाम की एक NGO संस्था बनाया है। इसी की आड़ में वो इस तरह का काम कर रहा है। पुलिस ने मामले में सक्रियता दिखाई और आरोपियों का पता लगाने जुट गई। इस बीच पुलिस को पता चला कि आरोपी झारखंड का रहने वाला है। जिसने रायगढ़ और जशपुर दोनों जगहों से करीब 15- 20 लोगों से इसी तरह का फ्रॉड किया है।
टीम को भेजा गया झारखंड, 3 को किया गिरफ्तार
आरोपी के झारखंड में रहने के जानकारी पुलिस को मिलते ही एक टीम बनाई गई। जिन्हें आरोपी को पकड़ने के लिए भेजा गया था। झारखंड की पुलिस के साथ CG पुलिस ने समन्वय बनाया और आरोपियों की तलाश में जुटे। मुखबिर से पुलिस को पता चला कि कुछ आरोपी रांची में हैं तो कुछ गुमला में। वहां अलग – अलग मकान में मकान में छिपे हुए हैं। जवानों ने प्लानिंग के तहत अचानक दबिश दी और 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें स्तानिसलास टोप्पो (24), कृष्णा (30) और प्रदीप लकड़ा (37) शामिल हैं। सभी को जेल भेज दिया गया है।