Johar Live Desk : 2008 के आतंकवादी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक, तहव्वुर राणा आज भारत लाया जाएगा. भारतीय जांच एजेंसियों, NIA और RAW की एक जॉइंट टीम इस समय अमेरिका में राणा के प्रत्यर्पण के लिए मौजूद है. उसे भारत लाने के लिए सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है. राणा 2009 में FBI द्वारा गिरफ्तार किया गया था. उस पर आरोप है कि उसने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों को समर्थन दिया और 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमलों की साजिश में मदद की थी. इन हमलों में कुल 175 लोग मारे गए थे, जिनमें 9 हमलावर भी शामिल थे और 300 से अधिक लोग जख्मी हुए थे.
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को राणा द्वारा दायर की गई याचिका को खारिज कर दिया. जिसमें उसने भारत लाए जाने से बचने की कोशिश की थी. राणा ने अपनी याचिका में खुद को पार्किंसन बीमारी से पीड़ित बताया था और आरोप लगाया था कि भारत में उसे प्रताड़ित किया जा सकता है. लेकिन कोर्ट ने उसकी याचिका खारिज करते हुए प्रत्यर्पण के फैसले को मंजूरी दी. 2008 मुंबई हमलों के चार्जशीट में राणा का नाम प्रमुख आरोपी के रूप में दर्ज है. जांच में यह बात सामने आई है कि राणा ने ही डेविड कोलमैन हेडली, जो हमलों का मास्टरमाइंड था, को मुंबई में एक इमिग्रेशन ऑफिस खोलने में मदद की थी. हेडली ने भारत में लश्कर के हमले के लिए संभावित टारगेट्स की रेकी की थी, जिसमें ताज होटल और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस प्रमुख स्थान थे, जिन पर बाद में हमले किए गए.
अमेरिकी सरकार का कहना है कि राणा ने हेडली के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने के लिए एक व्यक्ति को आदेश दिया था और भारत यात्रा के लिए वीजा प्राप्त करने में भी उसकी मदद की थी. इस सबूतों को ईमेल और अन्य दस्तावेजों से प्रमाणित किया गया है. भारत ने 2011 में राणा के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी और 2019 में डिप्लोमैटिक चैनल्स के जरिए उसका प्रत्यर्पण मांगने का सिलसिला शुरू किया. अब करीब छह साल बाद राणा को अमेरिका से भारत लाया जाएगा. जहां उसे मुकदमे का सामना करना पड़ेगा.
राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है. पहले पाकिस्तानी सेना में डॉक्टर था और फिर कनाडा में इमिग्रेशन कंसल्टेंसी का काम करने लगा था. उसकी गिरफ्तारी 2009 में शिकागो में हुई थी. यह मामला भारत-अमेरिका के बीच प्रत्यर्पण संधि के तहत चल रहा है और इससे न केवल न्याय की प्रक्रिया पूरी होगी, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों के सहयोग को भी मजबूत किया जाएगा.
Also Read : GT vs RR : अहमदाबाद में होगा गुजरात और राजस्थान का रोमांचक मुकाबला, जानें पिच रिपोर्ट