सीबीआई ने झारखंड में 25,000 करोड़ रुपये के चिटफंड घोटाले में 20 नए एफआइआर दर्ज किए हैं। झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई रांची की इओडब्लू विंग ने सारे मामले दर्ज किए हैं। इससे पहले इन मामलों की जांच झारखंड पुलिस कर रही थी। इन मामलों में सीबअीई ने 100 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया है। झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश में कहा गया था कि अतिरिक्त महाधिवक्ता ने यह दलील दी है कि प्रतिवादी की ओर से एक विस्तृत जवाबी हलफनामा दाखिल किया गया है, जिसके जरिये कई तथ्य सामने लाए गए हैं। इनमें घोटाले की कुल राशि 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा हो सकती है। अदालत को राज्य में संचालित 27 चिट फंड कंपनियों की एक सूची सौंपी गई थी, जो राज्य पुलिस की निगरानी के दायरे में थी। झारखंड सरकार की मदद से सीबीआई इन मामलों की पहचान करेगी।
ये हैं सीबीआई में दर्ज ताजा मामले
केस नंबर – इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0024
गुमला टाउन थाना, जरीडीह, चिरकुंडा, निरसा, बेंगाबाद, महिजाम, गांडेयय, और नारायणपुर थाने में दर्ज चिटफंड के जरिए ठगी के मामले में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। बेसिल इंटरनेशनल लिमिटेड के मैनेजर सूरत प्रधान, रामचंद्र खूटिया, नायक उरांव, रंजीत कुमार महतो, भैरव मंडल, बेसिल इंटरनेशनल के एमडी निर्मलेंदू भौमिक, सीएमडी विवेक कुमार, धनबाद एरिया मैनेजर आनंद कुमार मिश्रा, ब्रांच मैनेजर केके तिवारी, निदेशक सुशांत चटर्जी, मैनजर उदय कुमार मंडल, पूर्व सीएमडी पृथ्वीपाल सिंह सेट्ठी, निदेशक अरूण कुमार मंडल, एडवाइजर विकासचंद्र राय चौधरी, पूर्व सीएमडी महींद्र कुमार बासु, निदेशक जयंत कुमार बासु, सुदन कुमार नंदी, जयंत विश्वास, सचिव मुकुल दास, जीएम नयन भट्ठटाचार्य, आलोक चटर्जी, अहिक रंजन घोष, मुस्तकीम मियां, कबीर मियां, सुनील पाल, सुधीर पाल, वीपी सिंह, कोरबी सेन गुप्ता, नया भट्ठटाचार्ज, कमरूदीन अंसारी, शोमेन सिंह राय समेत अन्य।
केस नंबर – इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0023
बोकारो में चिटफंड में ठगी के मामले में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस मामले मेकं सेल इंडस्ट्री लिमिटंड एंड सेल रियलकॉन कॉरपोरेट लिमिटेड के एमडी राजेश जायसवाल, निदेशक कुमार कांति भट्टाचार्या, देवी प्रसाद मुखर्जी, सौरभ वर्द्धन, असीम गुप्ता, चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, सुशील कुमार व इस कंपनी के अन्य अज्ञात कर्मियो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0022
खूंटी जिले में 10 चिटफंड कंपनियों ने करोड़ों की ठगी की थी। इस मामले में रोज वैली, माइक्रो लीजिंग एंड फंड लिमिटेड, इनोरमस इंडस्ट्रीज लिमिटेड एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज, मल्टीनेशनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रामेल इंफोटेक प्राइवेट लिमिटेड, इंफिनिटी रियलियन लिमिटेड, वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड और टाइटेनियम बिल्डे स्टेट प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में सभी कंपनी के एमडी, निदेशक, प्रमोटर्स को आरोपी बनाया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0021
खूंटी में ही सक्रिय चिटफंड कंपनी मोरल क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी मने भी कईयों से ठगी की की थी। इस मामले में कंपनी के संचालक अरूण कुमार शर्मा, सीएमडी अजय कुमार शर्मा, बोर्ड आफ डायरेक्टर के सदस्य अरविंद शर्मा, रूपेश कुमार , शैलेंद्र कुमार को आरोपी बनाया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0020
साल 2012- 14 के बीच जामताड़ा में मेसर्स स्पर्श प्रोजेक्ट इंडिया लिमिटेड ने करोड़ों की ठगी की थी। इस मामले में कंपनी के एमडी सरबनी सरकार, कैशियर देवाशीष मुखर्जी, गणेश महतो, लालू प्रसाद महतो, वसीम अकरम, मुगुपल्ली पुनियावत्ति, स्वपन कुमार नंदी को आरोपी बनाया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0019
साल 2012 – 14 के बीच जामताड़ा और धनबाद में कॉमन वेल वीवरेज कंपनी लिमिटेड सक्रिय थी। कंपनी के खिलाफ जामताड़ा और धनबाद में मामले दर्ज हुए थे। इस मामले में कंपनी के तरूण कुमार मंडल, बबलू कुमार शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, रमेश कुमार ठाकुर, अरूणाचंद मरांडी, सुसेन कुमार मुर्मू, मो शहजादा, विजय कुमार रजक, पुलक भट्टाचार्या समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0018
साल 2011- 15 के बीच बोकारो, धनबाद में चिटफंड के जरिए ठगी के मामले में मल्टीनेशनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड और शगुन मल्टिनेशनल क्रेडिट कंपनी के खिलाफ चास थाने में मामला दर्ज था। इस मामले में शकील अहमद, मो असलम अंसारी, मुस्कीम अंसारी, अखमल शेख, आलम अंसारी, मुस्तकीम अंसारी, शकील अहमद, मियारूल शेख, शाह जमाल, बनू शेख, मरफूजा बीवी, तरकुल शेख को आरोपी बनाया गया है।
इओडब्लू, रांची, आरसी 0932017 एस0017
साल 2014 में रांची के चुटिया थाने में मेसर्स प्रोसपेरिटी एग्रो इंडिया लिमिटेड, समृद्धि जीवन मल्टीपरपस मल्टीस्टेट कॉपरेटिव सोसायटी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में सीबीआइ ने यह प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में सीबीआइ ने कंपनी के सीएमडी महेश जी मोटेवार, वैशाली मोटेवार, प्रसाद परासवर, महेंद्र गाडे, बाहुबली हलिंग्ले, सुनील माली, ऋषिकेश कांसे, अंजन डे, वीरेंद्र महतो, सीमा वर्मा समेत अन्य को आरोपी बनाया है।
इन मामलों में भी सीबीआइ जांच
– सीबीआइ ने डीजेएन फाइनेंस के जितेंद्र मोहन सिन्हा, वैशाली सिन्हा, प्रशांत सिन्हा, इवाटोली संतोष, विवेक कुमार सिन्हा, आनंद मोहन सिन्हा को आरोपी बनाया है।
– गुरुकुल ग्रुप आफ कंपनी के गौतम मजुमदार, माउली मजुमदार, नुपुर पुरुकास्या, बबलू पटनायक, अनिल कुमार दास, ज्योर्तिमय हलदर, सुमरेश दास, अनिल कुमार, मणिकांत कुमार, राजीव रंजन, अनिल वर्मा, विनय कुमार को आरोपी बनाया है।
– शशांक इंडस्ट्रीज कारपोरेशन के विजय प्रताप सिंह, पुष्पा सिंह, अरूण कुमार सिंह, बबिता कुमारी, देवी प्रसाद राय, मजहरूल इकबाल, अनुप कुमार शाह, , रतहीन विश्वास, समेत 13 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
– स्टार फाइनेंस के संजय पासवान समेत चार को आरोपी बनाया गया है।
– रामेल इंटरप्राइजेज के 10 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
– सक्षम परिवार के चार लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
– सक्सेस वैली ग्रुप के निदेशक, एमडी और मैनेजर इंचार्ज के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
– अरीस, राकेल इंडिया कंपनी के खिलाफ भी अलग से मामला दर्ज किया गया है।
– एसओएसएस प्राइवेट लिमिटेड के रमन कुमार, राकेश कुमार समेत आठ आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
– साहेबगंज में चिटफंड कंपनी चलाने वाले अबू सूफियान, अजमीरा बीवी समेत चार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी हुई है।
– प्रयाग ग्रुप आफ कंपनीज के 14 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
– मंगलम एग्रो प्रोडक्ट्स लिमिटेड, सनसाइन ग्लोबल एग्रो, सुहाना माइक्रो फाइनेंस, मातृभूमि मैन्यूफेक्चरिंग, बेसिल समेत अन्य कई कंपनी के खिलाफ भी एक अलग मामला दर्ज किया गया है।

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