रांची : एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित होने वाले भारतीय भाषा उत्सव 2023 में हिस्सा लेने के लिए स्कूलों का चयन किया जायेगा. इसकी तैयारी शुरू कर दी गयी है. भारतीय भाषा उत्सव के लिए झारखंड से 25 स्कूलों का चयन किया जायेगा. झारखंड शिक्षा परियोजना राष्ट्रीय स्तर पर हो रहे भाषाथॉन कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी हुई है. शिक्षा सचिव के रवि कुमार के अनुसार इसके तहत जिला स्तर पर न केवल भारतीय भाषा प्रचार मेले का आयोजन होगा, बल्कि विभिन्न विषयों पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे. पर्यावरण के साथ-साथ अपने परिवेश को जानना, साहित्य, अंकगणित, मेरी सोच मेरे विचार, पढ़ने और अभिव्यक्ति जैसे विषयों पर स्कूलों में परिचर्चा आयोजित की जा रही है. जो सुब्रमण्यम भारती के जीवन को समर्पित है. हर जिले से चयनित उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को गोवा के स्कूली बच्चों के साथ वर्चुअल इंटरेक्शन करवाया जाएगा.

 भारतीय भाषा उत्सव कवि सुब्रमण्यम भारती को होगा समर्पित

इन दिनों चल रहे 75 दिवसीय भारतीय भाषा उत्सव का समापन 11 दिसंबर को जाने-माने तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती के जयंती के अवसर पर होगा. सुब्रमण्यम भारती तमिलनाडु के न केवल स्वतंत्रता सेनानी थे बल्कि एक समाज सुधारक के रूप में उनकी पहचान देश में बनी. यही वजह है कि उन्हें महाकवि भारती के नाम से जाना जाता है.

क्या है उद्देश्य

भारतीय भाषा उत्सव का उद्देश्य यह है कि देशभर में बोली जाने वाली विभिन्न भाषाएं, चाहे वह क्षेत्रीय हो या राष्ट्रीय, इसे विद्यार्थी समझ सकें, इस तरह की भाषाई विविधता का जश्न मनाने के लिए स्कूलों के बीच साझेदारी की जा रही है और चयनित 25 विद्यालयों के स्कूली बच्चों को गोवा के स्कूली बच्चों के साथ वर्चुअल बातचीत कराकर एक दूसरे के सांस्कृतिक और भाषाई विविधता की जानकारी देने का काम किया जाएगा.

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