JoharLive Team
- वेतन भुगतान नहीं होने के कारण आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बंद किया काम
- काम बंद करने से पूर्व विभाग को कर दिया गया था सूचित
रांचीः शहर के 10 लाख से अधिक लोगों को पानी सप्लाई करने वाले रुक्का डैम से जलापूर्ति बाधित हो सकती है। प्लांट में कार्यरत करीब 200 से अधिक आउटसोर्सिंग कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिसके कारण दोनों प्लांट के सभी मोटर्स बंद है। रविवार को शहर में पानी की किल्लत नहीं हुई, क्योंकि बूटी सहित शहर के विभिन्न जला गैरों में पानी उपलब्ध था। लेकिन यदि सोमवार तक यह हड़ताल जारी रही तो सोमवार से शहर के लोगों को पानी नहीं मिल सकेगा।
आउटसोर्सिंग कर्मियों ने बताया कि उन्हें पिछले साल के कई महीनों का भी वेतन नहीं मिल सका है. उन्होंने लगातार विभाग से इस संबंध में बात की। लेकिन कोई हल नहीं निकल, तो मजबूरन उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा। मजदूर शनिवार से हड़ताल पर हैं और आगे भी अपनी हड़ताल जारी रखने की बात कह रहे हैं. उनका कहना है कि जब तक विभाग उनकी मांगों को नहीं मानता तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
प्रमुख मांगे –
- पिछले साल के सभी महीनों की बकाया राशि का भुगतान हो
- नियमित रूप से हर महीने का वेतन आउटसोर्सिंग कर्मियों को समय पर मिले
- रुक्का प्लांट में ठेकेदारी सिस्टम खत्म हो
हड़ताल से 7 लाख लोग होंगे प्रभावित –
रुक्का से रांची के लगभग 70 फीसद लोगों को पानी मिलता है। प्रतिदिन लगभग 32 एमजीडी की सप्लाई रुक्का के नए व पुराने प्लांट से होता है, यह पानी बूटी जलाकर होते हुए रातू रोड, बरियातू ,मोराबादी, मेन रोड, लालपुर, कोकर, कांटाटोली, चुटिया, ओरमांझी आदि सभी क्षेत्रों में पहुंचता है। इसके अलावा भी हटिया लाइन द्वारा रुक्का का पानी डोरंडा संप में भी भेजा जाता है. यदि रुक्का से सप्लाई बाधित होती है, तो शहर के लगभग 6 से 7 लाख लोगों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा।
इन क्षेत्रों को नहीं मिल सकेगा पानी –
रुक्का से पानी सप्लाई बाधित होने की स्थिति में बरियातू, बांध गाड़ी, दीपा टोली, खेल गांव, बूटी, सैनिक कॉलोनी, इरबा, ओरमांझी, रातू रोड, पिस्का मोड़, मधुकम, सुखदेव नगर, दुर्गा मंदिर रोड, हरमू रोड, मोरहाबादी, हरिहर सिंह रोड, करम टोली, लालपुर, बर्धमान कंपाउंड, कोकर, कांटा टोली, थड़पखना, लोवाडीह, बहू बाजार, अयोध्यापुरी, कृष्णापुरी, द्वारकापुरी, अपर चुटिया, सिरम टोली, हिंदी पीढ़ी, कर्बला चौक, मेन रोड, अपर बाजार और डोरंडा, कडरू, अशोक नगर आदि क्षेत्रों में भी इसका प्रभाव पड़ेगा।