Joharlive Desk
नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस को फलने से रोकने के लिए लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार ने थोड़ ढील दी है, जिसके बाद मई में लगभग दो करोड़ लोग नौकरी पर वापस लौटे हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की रोजगार दर मई में दो फीसदी बढ़कर 29 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पहले अप्रैल में यह 27 फीसदी थी।
सीएमआई की रिपोर्ट से पता चला कि 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन की वजह से देश के करीब 12.20 करोड़ लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। इस संदर्भ में सीएमआई ने कहा कि अप्रैल में 12.20 करोड़ लोगों की नौकरी जाने का आंकड़ा मई में घटकर 10.20 करोड़ पर आ गया।
मई में सप्ताह के बाद श्रम भागीदारी दर बढ़ रही है। 17 मई को खत्म हुए सप्ताह में यह 38.8 फीसदी रही। यानी अप्रैल में तकनीकी रूप से श्रम बाजार को छोड़ चुकी काफी बड़ी संख्या वापस आ रही है। श्रम भागीदारी दर मार्च में 41.9 फीसदी से गिरकर अप्रैल में 35.6 फीसदी हो गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार यह संभावित बेरोजगार हैं, लेकिन तकनीकी रूप से बेरोजगार नहीं माने जाते हैं। क्योंकि ये लोग काम करने के इच्छुक हैं। ऐसे में अगर रोजगार की स्थिति में मामूली सुधार होता है, तब वे आसानी से श्रम बल में शामिल हो सकते हैं और रोजगार की तलाश कर सकते हैं।