रांची: नशे के खिलाफ आरपीएफ की कार्रवाई लगातार चल रही है. बीते शनिवार को आरपीएफ की टीम ने स्टेशन परिसर से 2 तस्कर को रंगेहाथ 19 लाख का गांजा के साथ पकड़ा है. पकड़े गए दोनों युवक ओड़िसा से गांजा खरीदकर बिहार में खपाने की योजना थी. आरपीएफ की टीम ने दोनों को जीआरपी के हवाले सौंप दिया है.
कई खुलासा किया है तस्करों ने पूछताछ में
आरपीएफ को तस्करों ने बताया कि संबलपुर उड़ीसा से लेकर हटिया पहुंचे थे. मारिजुआना(गांजा) को अपने निजी लाभ के लिए ऊंची कीमत पर बिहार में बेचा जाना था. रांची स्टेशन से ट्रेन बदलने की तैयारी थी कि आरपीएफ ने पकड़ लिया. हालांकि, उनलोगों ने स्वीकार किया कि पूर्व में भी वे लोग कई बार बिहार में सप्लाई कर चुके है. इसके अलावा अपने गिरोह के सदस्यों के बारे में भी तस्करों ने जानकारी दी.
कैसे मिली आरपीएफ को तस्करों के खिलाफ सफलता
आरपीएफ रांची मंडल के सुरक्षा आयुक्त पवन कुमार के निर्देश पर आरपीएफ स्टेशन तथा ट्रेनों में विशेष सतर्कता बरत रही है. उसी क्रम में 20 जुलाई को आरपीएफ हटिया के उपनिरीक्षक सूरज राजबंशी अपने अन्य स्टाफ के साथ चेकिंग में थे. प्लेटफॉर्म संख्य 3 पर दो व्यक्तियों को भारी बैग के साथ संदेहास्पद अवस्था में बैठा पाया. ऑपरेशन नार्कोस के तहत पूछने पर उन दोनों ने अपना नाम विनोदराम और दूसरे ने दशरथ गुप्ता बताया. दोनों गिरफ्तार तस्कर रुपही टांड, जिला पश्चिम चंपारण बिहार के रहने वाले है. उनदोनों की व्यक्तिगत तलाशी में दोनों के बैग से मारिजुआना के पैकेटों का भंडार मिला. वजन करने पर कुल 19.4 किलोग्राम आया. अनुमानित मूल्य 19,40,000 ( उन्नीस लाख चालीस हजार रुपये) पाया गया.