रांची: ओरमांझी में नाबालिग से गैंगरेप मामले में रांची पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. ब्लाइंड केस को सुलझाते हुए ओरमांझी पुलिस ने घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं घटना में इस्तेमाल कार भी जब्त की गई है. गिरफ्तार आरोपियों में सुबोध कुमार जायसवाल और हीरा महतो शामिल है. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि इन लोगों ने लड़की से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था. बता दें कि इस गुत्थी को सुलझाने के लिए पुलिस ने दिन रात एक कर दिया. वहीं 2200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. इतना ही नहीं 519 वाहनों की जांच भी की गई. इसके बाद रांची पुलिस दोनों आरोपियों तक पहुंची. एसएसपी चंदन सिन्हा के निर्देश पर सिटी एसपी राजकुमार मेहता के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था. दोनों आरोपी ओरमांझी के रहने वाले हैं.
पीले नंबर प्लेट वाली कार
घटना के पांच घंटे के अंदर ही पुलिस ने छानबीन करते हुए पीड़ित लड़की के परिवार का पता लगा लिया. बीआईटी मेसरा और ओरमांझी थाना के बीच हुई इस घटना को सुलझाने के लिए पुलिस ने 100 सीसीटीवी कैमरे के 2200 फुटेंज को खंगाला. शुरुआत में बोलेरो गाड़ी में घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही थी. इस चक्कर में 150 बोलेरो की तलाशी ली गई. बाद में सीसीटीवी फुटेज से मिले साक्ष्य के आधार पर यह स्पष्ट हो गया कि नाबालिग लड़की का अपहरण पीले नंबर प्लेट वाली कमर्शियल स्विफ्ट डिजायर कार में किया गया था. इसके बाद डीटीओ रांची से पीले नंबर वाली स्विफ्ट डिजायर वाहनों की सूची मांगी गई. 1300 डिजायर कार में से 107 कमर्शियल स्विफ्ट डिजायर की जांच की गई. सिटी कंट्रोल रूम और स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से 412 वाहन चेक के गए. इसके बाद घटना में इस्तेमाल वाहन का पता लगाया गया.
18 जून की है घटना
18 जून की देर रात लड़की ओरमांझी के पंचायत सचिवालय के पास सो रही थी. इसी दौरान कुछ युवक कार से उसके पास पहुंचे और जबरन कार में बैठा लिया. उसे आनंदी बगीचा ले गए. जहां सभी ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी नाबालिग को आनंदी बगीचा के पास सड़क पर फेंक कर चलते बने. नाबालिग अपनी मां के साथ ओरमांझी इलाके में छोटे-मोटे काम करके तो कभी भीख मांग कर गुजारा करती थी.