रांची: सांसद संजय सेठ ने तीन साल पहले बुक बैंक की स्थापना की थी. बैंक के 3 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने कहा कि बच्चों की मांग पर नमो बुक बैंक की स्थापना की थी. 2020 के अंतिम माह में बुक बैंक की स्थापना की गई थी. लॉकडाउन के दौरान जब लोगों के बीच राशन सैनिटाइजर मास्क का वितरण कर रहा था. उस समय युवाओं ने इसकी मांग रखी थी कि उनके लिए पुस्तकें उपलब्ध कराई जाए. चूंकि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण युवा पुस्तक नहीं खरीद पाते थे. इस वजह से उनकी पढ़ाई बाधित होती थी. उन्होंने कहा कि तीन सालों में बुक बैंक में 19 हजार परिवारों ने 2 लाख 75 हजार से अधिक पुस्तकें दान की है. जिससे कि 80 हजार छात्रों को फायदा मिला. जिसकी पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सराहना की है.
20 पुस्तकों के साथ शुरू हुआ था बैंक
महज 20 पुस्तकों के साथ शुरू हुए इस बैंक में आज 2 लाख 75 हजार से अधिक पुस्तकें आई. जिसका वितरण किया जा चुका है. यह बुक बैंक सिर्फ रांची ही नहीं बल्कि हजारीबाग, कोडरमा, गिरिडीह, चतरा, रामगढ़, खूंटी, गुमला, सरायकेला, पलामू, लातेहार जैसे जिलों के विद्यार्थियों के लिए भी बड़ा सहयोगी साबित हुआ है. ऐसे जिलों के विद्यार्थी जो रांची में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं. विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं. उनकी पढ़ाई में बुक बैंक ने बड़ी भूमिका निभाई है.
राजनीति का उद्देश्य सेवा
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेरणा पुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने राजनीति और सत्ता को सेवा का माध्यम बनाया. दीनदयाल जी ने भी यही कहा था कि राजनीति का उद्देश्य सिर्फ सत्ता प्राप्ति नहीं होना चाहिए. राजनीति का उद्देश्य सेवा होना चाहिए. कई बार ऐसा भी हुआ है जब पुस्तक देखकर विद्यार्थी आश्चर्य चकित हो गए क्योंकि यह पुस्तक आर्थिक संकट के कारण उनकी पहुंच से बाहर की थी. उन्होंने कहा कि यह बुक बैंक अब एक साइकिल का रूप ले चुका है, जहां पर छात्र अपने पूर्ववर्ती कक्षाओं की किताबें लाकर देते हैं और नई कक्ष की किताबें लेकर जाते हैं. मुझे खुशी है कि मेरे द्वारा स्थापित इस बुक बैंक ने नि:शुल्क पुस्तक वितरण का एक रिकॉर्ड कायम किया है. मेरी पहल के बाद दिल्ली में देश भर के कई सांसदों ने मुझे इसके बारे में जानकारी ली. उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में बुक बैंक आरंभ किया है.
हर वर्ग के लिए उपलब्ध है किताबें
विधायक सीपी सिंह ने कहा कि राजनीति के साथ सामाजिक कार्य करना वह भी जनहित में एक बहुत बड़ा काम है. उन्होंने बुक बैंक की स्थापना दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि यह पुण्य का काम है. गरीब बच्चे जो किताब के अभाव में पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं, ऐसे लोगों तक निशुल्क कक्षा 1 से लेकर डॉक्टर, इंजीनियरिंग, सहित कई ऐसे महत्वपूर्ण किताबें यहां उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि मुझसे जो भी सहयोग होगा मैं पूर्णता करने को तैयार हूं.
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