पटना। बिहार के 4 जिलों में बीते 7 दिनों में जहरीली शराब का सेवन करने से कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई है। गोपालगंज जिले में जहरीली शराब से रविवार शाम 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 3 शिवराजपुर गांव कुचाईकोट थाने का और एक पेंडुला रामसेन गांव का रहने वाला था।
मृतकों की पहचान गांव शिवराजपुर के हीरालाल शाह, साहेब लाल यादव और हरेंद्र यादव और गांव पेंडुला रामसेन के ओम प्रकाश भगत के रूप में हुई है। शनिवार की शाम दोनों ने शराब पी थी।
फिर उन्होंने रात में पेट दर्द, बेचैनी और कम दृश्यता की शिकायत की और उन्हें गोपालगंज के निजी अस्पतालों में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
मृतक के परिजन बिना पोस्टमॉर्टम के शवों को उठा ले गए।
इससे पहले बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बसहा सोनवालिया गांव में शनिवार को 5 लोगों की मौत हो गई थी।
इसके अलावा, भागलपुर में संदिग्ध जहरीली शराब से 5 लोगों की मौत हो गई। मृतक ने शनिवार को एक शादी समारोह में शराब का सेवन किया था। इस घटना में एक अन्य व्यक्ति की भी आंखों की रोशनी चली गई है।
इससे मंगलवार को सीवान के दरौंदा थाना क्षेत्र के देबर गांव में 3 और बेतिया के नौतन थाना क्षेत्र के नौतन टोला में 2 लोगों की मौत हो गई।
विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया कि वह राज्य में शराब का सेवन या व्यापार करने वाले किसी भी निकाय को नहीं छोड़ेंगे।
कुमार ने कहा, “हम बिहार में शराब के संचालन पर नजर रखने के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर का उपयोग कर रहे हैं और हम जल्द ही हवाई जहाज (हल्के विमान) का भी उपयोग करेंगे। राज्य सरकार ने मोटर बोट भी खरीदे हैं और शराब का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया है।”
डीजीपी एस.के. सिंघल ने बिहार पुलिस के अधिकारियों को होली से पहले ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से गुंडों पर नजर रखने के लिए भी कहा है। उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारियों को इसे प्राथमिकता के आधार पर लागू करने के निर्देश दिए हैं। राज्य के लोगों के इस साल होली को बड़े पैमाने पर मनाने की उम्मीद है क्योंकि कोरोना का खतरा अस्थायी रूप से खत्म हो गया है।
-एजेंसी