Joharlive Team

रांची। भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफलतम कप्तान रह चुके महेंद्र सिंह धोनी झारखंड के सबसे बड़े टैक्स पेयर हैं. लेकिन महेंद्र सिंह धोनी पर जेएससीए का अट्ठारह सौ रुपए बकाया है।

जिस खिलाड़ी के नाम से स्टेडियम के एक पैविलियन का भी नाम रखा गया हो और वह भी बकायेदारों में धोनी का नाम लिख दे तो भी आपको हैरानी होगी। दरअसल हम बात कर रहे हैं झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा जारी की गई बकायेदारों की सूची की इस सूची में आजीवन सदस्य महेंद्र सिंह धोनी भी हैं। इस बात की जानकारी रविवार को वेबीनार के जरिए एसोसिएशन की आम सभा में दी गई। दरअसल आम सभा में वर्ष 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट पेश की गई जिसमें बकायेदारों में महेंद्र सिंह धोनी का 59वें नंबर पर दिखाया गया। उनके नाम के आगे 31 मार्च 2020 तक बकाया की रकम दर्शाई गई है।

इस मामले पर उनके पहले कोच केशव बनर्जी ने कहा है कि कुछ त्रुटि आ रही होगी जिस वजह से यह बकाया है। लेकिन उन्होंने इस बात का भी शक जाहिर किया कि क्या धोनी के सफेद दामन में यह बकाया दाग लगाने की कोशिश है।

मामले पर एसोसिएशन के सचिव संजय सहाय ने बताया कि 27 सितंबर 2019 को एसोसिएशन की कमेटी ऑफ मैनेजमेंट ने धोनी को आजीवन सदस्य बनाया था उस वक्त नियम के मुताबिक महेंद्र सिंह धोनी ने चेक के जरिए 10 हज़ार रुपये का सदस्यता शुल्क जमा किया था। लेकिन कम्युनिकेशन गैप की वजह से जीएसटी की रकम नहीं जमा हो पाई थी। यही वजह है कि लेखा जोखा में वही अट्ठारह सौ रुपए दिख रहा है. और यह बकाया धोनी के नाम से जारी चेक के जरिए ही भरा जा सकता है। ईसीलिए इस पर विवाद खड़ा करना जायज़ नहीं।

हालांकि, धोनी को बकायदार बताने पर सवाल उठने तो लाजमी है लेकिन जेएससीए का अपना भी तर्क है। लेकिन इतना तो साफ है कि राज्य के सबसे बड़े करदाता को बकाएदार बनाने के मामले में एक तूल पकड़ लिया है।

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