गुमला : कृषि विज्ञान केंद्र, गुमला विकास भारती बिशुनपुर के 16वें वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक शुक्रवार को बिशुनपुर मुख्यालय में संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ अशोक भगत ने किया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अटारी, पटना के डायरेक्टर डॉ अंजनी कुमार सिंह थे. विशिष्ट अतिथि के रुप में बी ए यू रांची प्रसार शिक्षा के निदेशक डॉ जगन्नाथ उरांव, पूर्वी अनुसंधान केंद्र प्लांडू रांची के प्रधान डॉ अरुण कुमार सिंह, पूर्व निदेशक डॉ आरपी सिंह रतन, पशु महाविद्यालय बीएयू, रांची के अधिष्ठाता डॉ सुशील प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

कृषि विज्ञान केंद्र गुमला के प्रधान वैज्ञानिक डॉ संजय कुमार के द्वारा गत वर्ष का प्रतिवेदन और आगामी वर्ष की कार्य योजना पर रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया. केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ अशोक भगत ने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने, उत्पादन क्षमता को बढ़ाने, पैकेजिंग और मार्केटिंग की व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की बात कही. वहीं, मुख्य अतिथि निदेशक डॉ अंजनी कुमार सिंह ने महिला समूह के माध्यम से सनफ्लावर की खेती करने, मस्टर्ड खेती को आगे बढ़ाने और श्रीअन्न योजना पर फ़ोकस करने की बात कही. कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न विभाग के अधिकारियों द्वारा भी सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ किसानों को कैसे मिले और कैसे बेहतर तरीके से कार्य किया जा सके,  इसपर अपने सुझाव रखें. महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़कर सशक्त बनाने की दिशा में भी चर्चा हुई. मौके पर मुख्य रूप से नाबार्ड की डीडीएम रवि शंकर, विकास भारती के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत, भिखारी भगत, पंकज सिंह के अलावा अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे. इससे पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री डॉ अशोक भगत, डॉक्टर संजय कुमार सहित अन्य वैज्ञानिकों द्वारा अतिथियों को बुके देकर सम्मान दिया गया.

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