Joharlive Team
लातेहार। उपायुक्त अबु इमरान ने मनरेगा में गबन करने के आरोपी बारियातू प्रखंड के 2016 में पोस्टेड बीडीओ समेत 14 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। इन पर साल 2016 में मनरेगा योजना में लगभग 45 लाख रुपये गबन करने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल बारियातू प्रखंड में साल 2016 में मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया था। इस मामले की जांच कराई गई तो पता चला कि पूरे मामले में बीडीओ के साथ-साथ अन्य लोगों की भूमिका संदिग्ध है। बताया गया कि मनमाने ढंग से मनरेगा योजना के पैसे को लोगों के निजी खाते में भेजा गया। वेंडर की ओर से भी बड़े पैमाने पर पैसे की बंदरबांट की गई।
सोशल ऑडिट में पकड़ाया था मामला
मनरेगा योजनाओं की जब सोशल ऑडिट करवाई गई तो बड़े पैमाने पर पैसे की हेर फेर किए जाने का मामला पकड़ा गया। सोशल ऑडिट के दौरान गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद दोषियों से पैसे रिकवरी किए जाने का निर्देश भी दिया गया था।
सीएम ने लिया संज्ञान
इस मामले की जानकारी होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले में संज्ञान लेते हुए पूरे मामले में क्या कार्रवाई की जा रही है। इसकी जानकारी मांगी है. इधर डीसी ने बारियातू के बीडीओ को आदेश दिया है कि सभी दोषियों पर अविलंब प्राथमिकी दर्ज करें।
इन पर होगी प्राथमिकी दर्ज
उपायुक्त ने बारियातू के तत्कालीन बीडीओ आफताब आलम के अलावे बिचौलिया अफसर आलम, आफताब आलम, कनीय अभियंता प्रभात सरोज, मुनेश्वर उरांव, बीपीओ अविनाश कुमार सिंह, वीरेंद्र कुमार सिंह, प्रधान लिपिक अभिषेक कुमार, सादिया ट्रेडिंग बिचौलिया दिगंबर चौबे समेत तीन अन्य मुखिया पर भी प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश बीडीओ को दिया है। तत्कालीन उप विकास आयुक्त के साथ-साथ बैंक ऑफ इंडिया भैंसादोन और बैंक ऑफ इंडिया चंदवा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक की भूमिका पर भी जांच का आदेश दिया है।
बालूमाथ के अंचलाधिकारी हैं आफताब आलम
बारियातू प्रखंड के तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी आफताब आलम वर्तमान में लातेहार जिले के ही बालूमाथ प्रखंड में अंचलाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं. उन पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है. आफताब आलम के 5 वेतन वृद्धि पर भी रोक लगा दी गई है। मनरेगा योजना में घोटाला करने वाले लोगों पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अन्य प्रखंडों में भी हड़कंप मचा हुआ है।