कुंडहित (जामताड़ा) : जामताड़ा पावर ग्रिड से कुंडहित प्रखंड के भेलुआ पावर ग्रीड तक बिजली पहुंचाने के लिए लगाया जा रहा 132 केवीए टावर हल्की आंधी में ही धराशाई हो गया. बिजली आपूर्ति अभी शुरू भी नही हुआ है पर निर्माण कार्य में अनियमितता की पोल खुलने लगी है. निर्माण कार्य में 132 केवीए लाइन का टावर आंधी में जमीन पर गिर गया. इस टावर के गिरने से लोगों के बीच चर्चा का बाजार गर्म है. लोग तरह तरह की बातें कर रहे हैं और भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं पर चिंता जता रहे हैं. बता दें कि कुंडहित प्रखंड के भेलुआ मौजा में मार्च 2022 में पाउर ग्रीड का निर्माण कार्य आरंभ किया गया. निर्माण कार्य अभी पूर्ण भी नही हुआ लेकिन बीते दिन आंधी से 132 केवीए का विशाल टावर मुंह के बल जमीन पर गिर गया. अहम बात यह है कि अप्रैल 2024 को 132 केवीए लाइन के टावर का निर्माण कार्य पूरा कर ट्रायल भी कर लिया गया था. खैयरा गांव के नजदीक इस लाइन का एक टावर पुरी तरह से क्षतिग्रत हो गया. दो महीना ही निर्माण कार्य का पूरा नही हुआ. मार्च 2022 में इस पावर ग्रीड के निर्माण कार्य का शिलान्यास विधानसभा अध्यक्ष रबिन्द्रनाथ महतो ने किया था. शिलान्यास के समय विधानसभा अध्यक्ष ने निर्माण कार्य से जुड़े कंपनी को गुणवत्ता के साथ और समय पर निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देेश दिया था. लेकिन निर्माण कार्य के जुड़े कंपनी के कार्य में अनियमितता उजागर हो रही है.

क्या कहते है निर्माण कार्य में जुड़े अधिकारी- फील्ड ऑफिसर संजय मान्ना ने बताया कि निर्माण कार्य में शुरु से चोरो द्वारा कार्य को पूरी तरह से बाधित रखा था। बीते दिसम्बर जनवरी में बिन्दापाथर थाना में टावर का चार एंगल चोरी होने का प्राथमिकी दर्ज कराया गया था. इस टावर में चोरो द्वारा एंगल चोरी कर लेने के कारण आंधी से टावर गिर गया. वहीं कनीय अभियंता राकेश कुमार ने बताया भेलुआ पावर ग्रीड का काम जारी है . अभी तक विभाग को हस्तांतरित नही किया गया है. निर्माण कार्य के दौरान आंधी में टावर गिर जाना यह जांच का विषय है.

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