इस्लामाबाद : पाकिस्तान के अशांत दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में हथियारों से लैस हमलावरों ने सुरक्षा बलों के दो शिविरों पर हमला कर दिया, जिसके बाद भीषण गोलीबारी में कम से कम 13 आतंकवादियों को मार गिराया गया. पाक सेना ने बताया कि मुठभेड़ में सात सैनिकों की भी मौत हुई है. प्रतिबंधित बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने बुधवार को पंजगुर और नौशकी जिलों में हुए हमले की जिम्मेदारी ली है.
पंजगुर में, हमलावरों ने दो स्थानों से सुरक्षा बलों के शिविर में प्रवेश करने की कोशिश की, जबकि नौशकी में उन्होंने फ्रंटियर कोर (एफसी) पोस्ट में घुसने का प्रयास किया था. पाकिस्तानी सेना के एक बयान के अनुसार, दोनों चौकियों पर हमलावरों को ढेर करने के बाद, सुरक्षा बलों ने इलाके में छिपे आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान चलाया.
गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने एक वीडियो संदेश में कहा कि नौशकी में नौ आतंकवादी और चार सैनिक मारे गए. उन्होंने इसे आतंकवाद के खिलाफ बड़ी सफलता करार देते हुए कहा, ‘पाकिस्तानी सेना ने दोनों जगहों से आतंकियों को खदेड़ दिया. पंजगुर में सेना ने चार से पांच लोगों को घेर लिया है और उन्हें मात दी जाएगी.’ प्रधानमंत्री इमरान खान ने बलूचिस्तान में शिविरों पर आतंकी हमलों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बलों को बधाई दी.
इससे पहले, सेना की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने एक बयान में कहा, ‘दोनों हमलों का माकूल जवाब दिया गया.’ फ्रंटियर कोर के एक प्रवक्ता ने पंजगुर और नौशकी स्थित शिविरों के पास दो विस्फोट होने की पुष्टि की थी, जिसके बाद भीषण गोलीबारी शुरू हुई. बीएलए ने एक बयान जारी कर इन हमलों की जिम्मेदारी ली. अलगाववादी संगठन ने हाल में सुरक्षा बलों और प्रतिष्ठानों पर हमले तेज किए हैं। एक सप्ताह पहले प्रांत के केच जिले में सुरक्षा बलों की जांच चौकी पर आतंकवादी हमले में दस सैनिकों की मौत हो गई थी.