नोएडा: बिग बॉस OTT विजेता व यू-ट्यूबर एल्विश यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को कोर्ट में 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है. बता दें कि चार्जशीट में रेव पार्टी आयोजित करने और सांपों के जहर की सप्लाई के मामले में फंसे एल्विश समेत अन्य के खिलाफ 24 गवाहों के बयान दर्ज हैं. आरोप पत्र में नोएडा पुलिस ने कहा है कि एल्विश का जेल भेजे गए सभी सपेरों से संपर्क था. वह सांपों के जहर की खरीद फरोख्त के काले धंधे में भी शामिल थे.
आरोप पत्र में एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस की धाराओं का आधार भी बताया गया है. साथ ही उसके सहयोगियों पर लगे आरोपों की पुष्टि की भी गई है. बता दें कि इसमें मुंबई स्थित डिपार्टमेंट आफ फारेंसिक मेडिसीन टॉक्सिकोलाजी के विशेषज्ञ की सलाह शामिल की गई है. इस संबंध में DSP नोएडा जोन विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है. पर्याप्त साक्ष्यों को अदालत के सामने पेश किया गया है.
पीपुल्स फॉर एनिमल के पदाधिकारी ने मामला कराया था दर्ज
नवंबर में एल्विश यादव और उसके साथियों पर पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने सांपों के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में मामला दर्ज कराया था. संस्था के सदस्य ने पूरे प्रकरण का स्टिंग ऑपरेशन किया था. पकड़े गए पांच सपेरों से कोबरा सहित नौ सांप और 20 एमएल सांपों का जहर बरामद हुआ था. मामले में संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात कर रहा था. इसमें राहुल के द्वारा एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल होने की बात कही गई थी.
पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह किया था तैयार
जिसके बाद एल्विश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह तैयार किया. नोएडा पुलिस ने देशभर में दर्ज वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के मुकदमों से जानकारी जुटाई. साथ ही जयपुर से आई फारेंसिक रिपोर्ट का अध्ययन भी किया. रिपोर्ट में सांपों के जहर की पुष्टि के बाद पुलिस टीम ने एल्विश के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला. जिसके बाद पर्याप्त सबूत मिलने पर पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया था. हालांकि उस मामले में उसे जमानत भी मिल गई थी. जिसके बाद अब मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है.