देवघर: रात्रि में ट्रकों से अवैध वसूली करने के आरोप में दो सहायक पुलिस उपनिरीक्षकों एक हवलदार और सात आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है. इस मामले में उनके खिलाफ आरोप पत्र तैयार करने के निर्देश दिये हैं, ताकि इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा सके.
देवघर के पुलिस अधीक्षक धनंजय कुमार ने शनिवार को बताया कि सभी निलंबित पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को डावर ग्राम पुलिस लाइन में भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार पुलिस कर्मियों द्वारा अवैध वसूली की सूचना मिल रही थी, इसी के आलोक में उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को जांच का आदेश दिया. पुलिस उपाधीक्षक ने एक जुलाई की रात्रि को चेकिंग के दौरान पाया कि पुलिस अधिकारी और कर्मियों द्वारा एक गिट्टी से लदे ट्रक को रोककर पैसे की मांग की जा रही है. उक्त घटना की फोटोग्राफी करने का प्रयास किया गया किंतु सभी पुलिसकर्मी भागने लगे.
पुलिस उपाधीक्षक की रिपोर्ट में बताया गया है कि भागने के क्रम में हवलदार नरेश प्रसाद को पकड़ा गया. उसने पूछने पर बताया कि सभी जवानों को मना भी किया जाता है किंतु वे नहीं मानते हैं. इस अवैध वसूली में हवलदार नरेश प्रसाद, आरक्षी रामचंद्र यादव, कारू पासवान, रमेश कुमार यादव और संतोष यादव सभी अंधरीगादर पिकेट के शामिल थे.
रिपोर्ट के अनुसार ढाडी मोड़ के आगे दुमका देवघर सीमा स्थित चेक पोस्ट का भी चेकिंग किया गया तो पाया गया कि मोहनपुर थाना की रात्रि गश्ती पार्टी द्वारा गिट्टी लदे ट्रकों से अवैध वसूली की जा रही थी. इसमें निजी चालक द्वारा ट्रकों से अवैध वसूली की जा रही थी, जिसका वीडियो क्लिप भी बनाया गया. उक्त अवैध वसूली में सहायक अवर निरीक्षक कौशलेंद्र कुमार आरक्षी संतोष कुमार साह आरक्षी मोहम्मद औरंगजेब और आरक्षी सिकंदर रविदास सभी मोहनपुर थाना के शामिल थे.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उक्त पुलिस अधिकारियों और कर्मियों द्वारा अवैध रूप से वसूली किए जाने से पुलिस की छवि धूमिल हुई है. इस आरोप में हवलदार नरेश प्रसाद आरक्षी रामचंद्र यादव कारू पासवान रमेश कुमार यादव एवं संतोष यादव अंधरी गादर पिकेट एवं सहायक अवर निरीक्षक कौशलेंद्र कुमार, आरक्षी संतोष कुमार, सह आरक्षी मोहम्मद औरंगजेब और सिकंदर रविदास मोहनपुर थाना तथा सहायक अवर निरीक्षक अर्जुन सिंह लागोरी, नगर थाना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. उन्हें निलंबन काल में सिर्फ सामान्य जीवन यापन भत्ता दिया जायेगा. इस दौरान इनका मुख्यालय पुलिस केंद्र डावर ग्राम देवघर कर दिया गया है.