नवादा : बिहार में चल रहे जमीन सर्वे के दौरान नवादा जिले के देदौर गांव में एक गंभीर घटना हुई है. यहां दबंगों ने दलित बस्ती पर हमला कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप दो दर्जन से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया गया. मामले में अब तक मुख्य आरोपी नंदू पासवान समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसकी पुष्टि जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने खुद की है.

घटना का विवरण

20 अगस्त से शुरू हुए जमीन सर्वे के दौरान, देदौर गांव के महादलित टोले में जमीन पर दावा करने को लेकर आपसी विवाद उत्पन्न हुआ. जानकारी के अनुसार, दबंगों ने रायफल और पिस्टल से फायरिंग करते हुए गांव के दलित बस्ती को निशाना बनाया. इस हमले में ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया.

आगजनी और नुकसान

दबंगों के हमले के बाद, गांव में आगजनी की घटना हुई, जिसमें लगभग दो दर्जन घर जलकर खाक हो गए. इस आगजनी में कुछ मवेशी भी झुलस गए. दमकल की 9 गाड़ियों ने काफी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया.

भू-माफिया की भूमिका

स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे कई दशकों से इस जमीन पर रह रहे हैं, जो कि सरकारी है. हालांकि, भू-माफियाओं की नजर इस जमीन पर है और हाल ही में उन्हें सरकारी जमीन बेचने की कोशिश करते देखा गया था. दलित बस्ती के लोगों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद यह हमला हुआ.

प्रशासन की कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद, नवादा के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने कहा कि पुलिस ने मुख्य आरोपी नंदू पासवान सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है. पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है और मजिस्ट्रेट तथा पुलिस बल की तैनाती की गई है.

आगे की कार्रवाई

पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी प्रकार की और घटना को रोकने के लिए वे सजग रहेंगे. बाकी आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की टीमें सक्रिय हैं और उम्मीद जताई गई है कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.

यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए चिंता का विषय बन गई है, जिससे कानून और व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं.

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