रांची में योग सिखाने पर कट्टरपंथियों द्वारा धमकी दिए जाने के बाद चर्चे में आई डोरंडा निवासी योग शिक्षिका राफिया का मामला एक बार फिर चर्चा में आया है ।  राफिया नाज सोमवार को कोतवाली थाने पहुंची और अपनी  हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए शिकायत दर्ज कराई। राफिया ने पुलिस को बताया कि उन्हें मारवाड़ी कॉलेज कैंपस में जान का खतरा है। बाहर के बजाए ज्यादा असुरक्षित कॉलेज कैंपस में ही महसूस करती हैं। बीते 30 नवंबर को राफिया परीक्षा लिखने को लेकर ब्वायज सेक्शन में फॉर्म भरने गई थी। उसी दौरान कुछ असामाजिक तत्व पहुंचे और माहौल बिगाडऩे की कोशिश की। असामाजिक तत्वों ने  सीएम के आदेश पर दिए गए अंगरक्षकों पर सवाल भी उठाया गया और जान से मारने की धमकी दी । इसकी खबर मिलते ही मारवाड़ी कॉलेज के प्राचार्य वहां पहुंचे और असामाजिक तत्वों को खदेड़ा। राफिया के अनुसार  घर पर भी आकर कुछ लोगों ने डोरंडा छोडऩे और घर में रहने लायक नहीं छोडऩे की धमकी । इससे पूरा परिवार दहशत में है। माता-पिता मानसिक रूप से परेशान  हैं। तनाव के कारन उसके  पिता की भी  तबियत बिगड़ गई है। राफिया ने इसे पुलिस के संज्ञान में लाकर असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। 

राफिया ने कहा है कि इस तरह परेशान किए जाने को साजिश बताया है। जो हत्या की भी साजिश हो सकती है। राफिया ने कहा है कि धर्म के नाम पर उन्हें सोशल मीडिया में भी कमेंट किए जा रहे हैं। इसके अलावा फोन पर भी धमकी दिए जाने की बात कही है। धमकी दिए जाने संबंधी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी राफिया ने पुलिस को सुनवाया है। पुलिस इसकी गहनता से छानबीन शुरू कर दी है। 

धमकी के बाद सीएम ने बढ़ाई थी सुरक्षा : 

राफिया को कट्टरपंथियों द्वारा धमकी दिए जाने के बाद राफिया नाज को बीते सात नवंबर को मुख्यमंत्री रघुवर दास के आदेश पर एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने दो अंगरक्षक मुहैया कराए थे। इसके बाद भी उनके घर पर पथराव किए गए थे। हालांकि पुलिस की तत्परता से धमकी का सिलसिला बंद हो गया था। सब कुछ सामान्य हो गया था। 
मारवाड़ी कॉलेज में पीजी की छात्रा है राफिया : 
राफिया मारवाड़ी कॉलेज के पीजी की छात्रा है और कॉलेज छात्र संघ की महासचिव भी है। मालूम हो कि राफिया ने वर्ष 2015 में बाबा रामदेव के साथ राजधानी रांची में मंच साझा किया था और वहां योग का प्रदर्शन किया था। राफिया का योग देखकर बाबा रामदेव ने भी प्रशंसा की थी। इसके बाद से राफिया को कट्टरपंथियों से लगातार धमकी मिल रही थी। हालांकि अब तक कोई भी धमकी देने वाला नहीं पकड़ा गया है। 

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