दुर्गा पूजा और मुहर्रम में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर रांची पुलिस ने विशेष तैयारी की है। दोनों पर्वों की तीथियां समान हैं, ऐसे में दोनों समुदाय के लोगों से बैठक कर जुलूस के रूट, समय, तारीख बगैरह को लेकर बैठक की जाएगी। साथ ही दोनों समुदाय के लोगों की कमेटी भी गठित की जाएगी। जिला प्रशासन के द्वारा तय किया गया है कि मूर्ति विसर्जन एक अक्तूबर को हर हाल में कर लिया जाएगा, यह बात पूजा समितियों के लाइसेंस में भी अंकित की जाएगी। विसर्जन के दौरान भड़काऊ गीत बजाने पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं खास तौर पर पूजा कमेटियों और मुहर्रम जुलूस निकालने वाले अखाड़ों को निर्देश दिया गया है कि अपने कार्यक्रम में कोई ऐसी चीज न रखें, जिससे किसी धर्म की भावना को ठेस पहुंचती हो।
मुहर्रम जुलूस की राह में बैरिकेडिंग अथवा पंडाल का तोरण द्वार आएगा तो विसर्जन के तत्काल बाद और जुलूस के पहले उसे हटाने का आदेश दिया गया है। असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर 107, 116 की कार्रवाई करने का आदेश भी दिया गया है। सांप्रदायिक तत्वों पर जिलाबदर की कार्रवाई करने का भी आदेश दिया गया है। सभी थानेदारों को कहा गया है कि वह शांति समिति की बैठक भी अपने अपने इलाकों में कर लें।
अवैध शराब के खिलाफ हर दिन छापेमारी और समीक्षा
दुर्गा पूजा के दौरान अवैध शराब की बिक्री न हो इसके लिए भी विशेष तैयारी की गई है। अवैध शराब के ठिकानों पर हर रोज छापेमारी करने, अवैध शराब बेचने वालों को गिरफ्तार करने और कार्रवाई की समीक्षा का आदेश दिया गया है।
ये भी है पुलिस की योजना
– सभी पूजा पंडाल की जांच फायर इंस्पेक्टर करेंगे, फायर फाइटिंग सिस्टम लगाना जरूरी होगा।
– सभी पंडाल को जोन और बीट में बांटा जाएगा, प्रत्येक पंडाल की जिम्मेदारी पीसीआर, टाइगर मोबाइल बगैरह को सौंपी जाएगी।
– महिला वॉलेंटियर की तैनाती भी होगी, पूजा के दौरान ये पुरूष वॉलेंटियर को सहयोग देंगी। वॉलेंटियर को आइकार्ड और पोशाक दिया जाएगा।
– सभी पंडाल में सीसीटीवी लगाना अनिवार्य होगा।
– सांप्रदायिक हिंसा में आरोपियों को पकड़कर जेल भेजने का आदेश दिया गया है।
– पुलिस गैरलाइसेंसी पूजा पंडालों की भी लिस्ट तैयार करेगी, ऐसे जगहों की गहन मॉनिटरिंग की जाएगी।

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