रांची। रांची पुलिस ने डेढ़ सौ लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाने वाले एक बड़े गिरोह का खुलासा करते हुए तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में करण कुमार, चंदन कुमार और सुदामा कुमार शामिल है। उक्त जानकारी एसएसपी किशोर कौशल ने सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 12 मोबाइल फोन, 484 लिफाफे में रखा गया नापतोल डॉट कॉम का फर्जी पंपलेट, अलग-अलग राज्यों का लकी ड्रॉ कूपन, एटीएम कार्ड और साइबर ठगी के हिसाब किताब लिखा हुआ छह कॉपी सहित अन्य सामान बरामद किया गया है। श्री कौशल ने कहा कि गुप्त सूचना मिली थी कि साइबर ठगी से सम्बंधित एक बड़ा रैकेट (ग्रुप) रांची में सक्रिय होकर बड़े पैमाने पर साइबर ठगी के अपराध की घटना को अंजाम दे रहा है। सूचना के आधार पर डीएसपी सदर एवं साइबर सेल डीसपी रांची के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सदर थाना क्षेत्र के बड़गाई चौक और चुटिया थाना क्षेत्र के द्वारिकापूरी से कुल तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
आंध्र प्रदेश से आये दो व्यक्ति ने दिया था साइबर ठगी का प्रशिक्षण
एसएसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान उक्त तीनों साइबर अपराधियों ने बताया कि करीब दो माह पूर्व आंध्र प्रदेश से आये दो व्यक्तियों ने उन्हें साइबर ठगी करने से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया था। उनके पास से साइबर क्राइम करने से सम्बंधित कई जब्त किया गया। उन्होंने कहा कि विगत दो महीनो में इनलोगों ने करीब 150 लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाया है। इनमें से फ़िलहाल विभिन्न राज्यों के 13 लोगों से संपर्क हो पाया है। अबतक दो लाख रुपये की ठगी की बात फिलहाल प्रकाश में आई है।