पश्चिमी सिंहभूम : गोइलकेरा थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित आराहासा में स्थित सीआरपीएफ कैंप में संतरी ड्यूटी पर तैनात जवान अमित सिंह (38 वर्ष) ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। अमित ने खुद को अपने इंसास रायफल से गर्दन पर गोली मारी।
इससे पहले उसने कैंप के बैरक में आठ राउंड फायरिंग की। जिससे सीआरपीएफ कैंप में जवानों के बीच किसी अनहोनी की आशंका से हड़कंप मचा रहा। घटना गुरुवार रात करीब 9 बजे की बताई जा रही है। मृतक जवान जम्मू कश्मीर के जम्मू जिला अंतर्गत बिसाना थाना क्षेत्र के लसवारा गांव का निवासी था। सूचना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर स्थित अनुमंडल अस्पताल भेज दिया।
शुक्रवार की शाम पोस्टमार्टम के बाद शव को कमांडेंट आनंद कुमार जेराई, उप कमांडेंट जियाउल हक की उपस्थिति में सलामी देने के बाद सड़क मार्ग से रांची के लिए रवाना कर दिया गया। रांची से वायुमार्ग से शव को जम्मू भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि जवान पारिवारिक समस्या के कारण तनाव में था और उसने यह कदम उठाया।
2005 में सीआरपीएफ में कांस्टेबल बना था अमित, पिता और भाई भी फोर्स में रहे हैं
अमित सिंह साल 2005 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में बतौर कांस्टेबल बहाल हुआ था। उसे हवलदार के पद पर प्रोन्नति मिलने वाली थी। इसके लिए ट्रेंनिग पूरा कर वह तीन-चार दिन पहले ही 60 बटालियन के आराहासा स्थित कैंप में लौटा था। अमित सिंह के पिता केवल सिंह भी फोर्स में थे। जबकि छोटा भाई भी सीआरपीएफ का जवान है।