रांची। मनी लाउंड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम निलंबित आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल के करीबी विशाल चौधरी से लगातार पूछताछ कर रही है। मामले को लेकर बुधवार 22 जून से विशाल चौधरी को क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया जा रहा है। शनिवार को भी विशाल को ईडी दफ्तर बुलाया गया। जहां वर अपनी महिला कर्मी नीलू उर्फ नीलोफर के साथ गये थे।
ईडी इस विषय का पता लगा रही है कि कौन-कौन से राजनेता, नौकरशाह और अन्य के काले धन को फ्रंटलाइन ग्लोबल सर्विसेज के विशाल चौधरी ने निवेश कर उसे ह्वाइट किया था। इस प्रकरण में विशाल चौधरी के पांच ठिकानों पर मई के अंतिम सप्ताह में हुई ईडी की छापेमारी के दौरान 10 करोड़ रुपये के निवेश की बातें सामने आयी थी। उस बिंदू पर भी ईडी अपनी दबिश बढ़ा रही है।
10 करोड़ रुपये के लेन-देन के बारे में अब तक ईडी को कोई जानकारी नहीं मिली है। विशाल चौधरी की महिला राजदार को भी ईडी दफ्तर में लगातार बुलाया जा रहा है और तीन दिनों से उनसे भी लगातार पूछताछ की जा रही है। जानकारी के अनुसार विशाल चौधरी ने स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण, ऊर्जा विभाग से जुड़े झारखंड राज्य ऊर्जा विकास निगम, झारखंड राज्य ऊर्जा संचरन निगम लिमिटेड तथा अन्य एजेंसियों में विशाल चौधरी ने मैनपावर भी सप्लाई किये थे।