बोकारो: दो आदिवासी युवकों की हत्या कर लाश को बंद पड़ी खदान में फेंक दिया गया था। युवकों की पहचान प्रदीप हांसदा और महावीर मरांडी के रूप में की गई है। दोनों रविवार की शाम घर से निकले थे। इसके बाद वापस नहीं लौटे। परिजनों ने आसपास के इलाकों में काफी खोजबीन की लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला। सोमवार को दोनों युवकों को गिधनिया खदान में पड़े हुए देखा गया। परिवार वाले इन्हें लेकर घर पहुंचे। जांच के बाद इन्हें मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है कि दोनों युवकों के घर वापस नहीं लौटने के कारण परिवार के लोग पूरी रात परेशान रहे। इस बीच सोमवार की सुबह घर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर गिधनिया की बंद खदान के बाहर युवकों की मोटरसायकिल खड़ी देखी गई। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल शुरू की। इसमें कुछ दूरी पर ही दोनों युवक जमीन पर पड़े हुए दिखे। परिजनों ने दोनों को जीवित समझकर आनन-फानन में उठाकर अपने घर ले गए। जांच में पता चला कि दोनों की सांस नहीं चल रही है। इसके बाद मामले की सूचना गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद को दी गई।
इसके अलावा स्थानीय पुलिस को जानकारी दी गई। महुआटांड थाना प्रभारी विवेक तिवारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। दोनों शवों का पंचनामा किया गया। इसके बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए तेनुघाट भेज दिया गया। लोगों का कहना है कि एक युवक के सिर के पास चोट के निशान हैं। परिजन दावा कर रहे हैं कि दोनों युवकों की हत्या की गई है। इसके बाद शव को फेंका गया है। पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि दोनों युवकों की मौत के मामले की त्वरित जांच कर घटना में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।