निरसा : प्रतिबन्धित मांगुर मछली को पकड़ने और छोड़ने में नाजायज पैसे के खेल ने मैथन ओपी की सूरत बदरंग कर दिया है , कल बीती रात मंगलवार को गस्ती पर निकले एक सहायक पुलिस अधिकारी प्रतिबंधित मांगुर मछली से लदा एक पिकप भैन को पकड़ा जिसको लेकर ओपी प्रभारी से घंटो खूब नाटक चला। जिसके बाद मजबूरन प्रतिबंधित मांगुर मछली लदा पिकअप वैन संख्या WB 23E 9503 को छोड़ना पड़ा। विशेष सूत्रों के अनुसार मंगलवार की रात मैथन टोल प्लाजा के समीप पुलिस की गस्ती गाड़ी ने प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली लदा पारसनाथ चालान का एक पिकअप वैन को पकड़ा उक्त गाड़ी को पकड़कर ओपी ले जाया गया। जहां गाड़ी छोड़ने को लेकर ओपी प्रभारी और गस्ती इंचार्ज के साथ घंटो भर ड्रामा चला,और मजबूरन पकड़े गए पिकअप को छोड़ना पड़ा।
ओपी प्रभारी ने जमादार पर दबाव बनाया की मछली लदा पिकप भैन को छोड़ दो,तो दूसरी तरफ जमादार ने यह कहते हुये इनकार कर दिया कि प्रतिबंधित मछली है नही छोरूँगा ,यह सुनते ही प्रभारी महोदय आगबबूला हो गये, बाद में एसपी व एसडीपीओ का हवाला देकर कहा कि साहब का आदेश है भैन को छोड़ दो , समय तीन घण्टा लग गया तबतक मीडिया कर्मियों को इसकी भनक लग गई ।
तब क्या था मामला तूल पकड़ते देख, जमादार को प्रभारी के दबाव में तीन घण्टे बाद ओपी से भैन को छोड़ना पड़ा । यह घटना बीती रात लगभग 9. 45 बजे थाना से सटे मैथन टॉलप्लाज़ा पर घटी । लोग चटकारे लेकर घटना की चर्चा कर रहे हैं । बात वर्दी से जुड़ा हुआ है , लोग चर्चा तो करेंगे ही । लोंगों का कहना है कि नाजायज आमदनी के लिये पुलिस का चरित्र इतना नीचे गिर गया , आम जनता को ये क्या सुरक्षा प्रदान करेंगे।
जानकरी के अनुसार मांगुर मछली को सरकार ने प्रतिबंधित कर रखा है , गंभीर बीमारी से ग्रषित होने के कारण प्रबंधित किया गया है , चोरी छुपे यह मछली बंगाल से झारखण्ड व बिहार यंहा तक दिल्ली तक पहुंचाया जाता है । बंगाल व झारखण्ड की सीमा पर टॉलप्लाज़ा है । लोंगों की सक्रियता से इसके पूर्व ट्रक से मांगुर मछली पकड़ी गई थी जो सर गई जिसे जिला प्रशासन से अनुमति लेकर दफना दिया गया था। बावजूद कल की घटना से यह उजागर हो गया कि नाजायज आमदनी के लिये खुद ओपी पुलिस वर्दी को दागदार बनाने में संकोच नही कर रहे। प्रतिदिन पश्चिम बंगाल से झारखंड मैथन बॉर्डर के रास्ते पुलिस के संरक्षण में अवैध कारोबार को अंजाम दिया जा रहा है।