जमशेदपुर। मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह की शनिवार सुबह एमजीएम अस्पताल में मौत हो गई। शुक्रवार देर रात घाघीडीह सेंट्रल जेल में तबियत बिगड़ने के कारण उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया था। हरपाल सिंह और उसकी पत्नी पुष्पा तिर्की समेत पांच के खिलाफ टेल्को थाना में ट्रस्ट की दो नाबालिग बच्ची से अश्लील हरकत करने, प्रताड़ित किए जाने और पोस्को एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
पूर्वी सिंहभूम जिला पुलिस प्रशासन की टीम ट्रस्ट की गतिविधियों की जांच कर रही थी। ट्रस्ट का बैंक खाता बंद कर दिया गया था। हरपाल सिंह थापर, उसकी पत्नी पुष्पा तिर्की, गीता सिंह और अमित सिंह को टेल्को थाना की पुलिस ने मध्यप्रदेश के सिंगरोली के माडा से 16 जून को गिरफ्तार किया था। सभी वहां किसी रिश्तेदार के यहां ठहरे थे। गंभीर आरोप सभी पर लगे थे। इस मामले में हरपाल सिंह थापर की जमानत अर्जी जमशेदपुर न्यायालय ने खारिज कर दी थी। जमानत को झारखंड उच्च न्यायालय में अर्जी दाखिल की थी। इस बीच न्यायिक हिरासत में उसकी मौत हो गई। टेल्को के शमशेर टावर में अनाथ बच्चों के लिए मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट संचालित करता था। ट्रस्ट से दो नाबालिग भाग गई थी। किसी तरह पुलिस ने दोनों को बिरसानगर से बरामद किया था। दोनों ने पुलिस को पूछताछ में ट्रस्ट संचालक और उसकी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाया था। इसके बाद ट्रस्ट की सभी बच्चों को प्रशासन ने पटमदा गोबरघुसी बाल आश्रम में शिफ्ट कर दिया गया था।
आरोप के बाद सख्ती हो गइ थी शुरू
मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक पर गंभीर आरोप लगने के बाद प्रशासन की सख्ती लगातार जारी थी। शेल्टर होम में बच्चियों के संग यौन उत्पीड़न, बालश्रम, प्रताड़ना के आरोपों में नामजद आरोपित हरपाल सिंह थापर, सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन पुष्पा रानी तिर्की सहित गीता देवी, आदित्य सिंह, टोनी डेविड सहित अन्य की मुश्किलें दिनों दिन बढ़े लगी थी। इसी कडी में ट्रस्ट के पीएनबी के बैंक खाते को बंद करते हुए सभी प्रकार के लेन-देन पर पर रोक लगाने के आदेश जारी किए गए थे। जमशेदपुर महानगर भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अंकित आनंद ने मदर टेरेसा ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर की एक इंटरनेट मीडिया पोस्ट को साझा करते हुए बैंक एकाउंट को फ्रीज़ व ब्लॉक करने की मांग उठाई थी। जिला उपायुक्त सूरज कुमार ने उप विकास आयुक्त (डीडीसी) ने पंजाब नेशनल बैंक के खड़ंगाझार शाखा प्रबंधक को पत्र लिखकर अविलंब मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के बैंक खाते को ब्लॉक करने का लिखित निर्देश दिया था। साथ ही सभी प्रकार के ट्रांसेक्शन पर रोक लगाने को कहा था। जांच टीम के सदस्यों ने ट्रस्ट के संचालक और अन्य पर लगे उत्पीड़न के आरोपों और चल रही कार्रवाई का हवाला देते हुए यह आदेश जारी किया था। शाखा प्रबंधक को विगत तीन वर्षों के खाता ट्रांसेक्शन का विवरण भी उपलब्ध कराने को कहा था। प्रशासन बैंक डिटेल्स के सहारे हरपाल सिंह थापर और पुष्पा रानी तिर्की के मददगारों तक पहुंचने को प्रयासरत रहा।